गोपालगंज में जेडीयू के पोस्टर से बीजेपी नेता ‘गायब’, पलटी मारने वाले हैं नीतीश कुमार – 2025

बिहार के गोपालगंज से ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिस कारण सियासी बवला मच गया है। लोग तो अब ये भी कहने लगे हैं कि खेला हो गया है, बस खरमास तक इंतजार कीजिए। दरअसल, मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा गोपालगंज में आयोजित है। इस प्रगति यात्रा के दौरान सीएम नीतीश गोपालगंज के सिधवलिया आईटीआई का उद्घाटन किया और उसके साथ ही उन्होंने गोपालगंज जिले को कई सौ करोड़ की योजनाओं की सौगात। लेकिन मुख्यमंत्री के इस प्रगति यात्रा के दौरान जदयू और भाजपा के नेता आमने-सामने खड़े हो गए हैं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, जिला समाहरणालय के मेन गेट पर जदयू नेताओं के द्वारा बैनर लगाया गया था। इस बैनर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोटो था। और साथ ही जदयू के कई नेताओं और मंत्रियों के भी फोटो लगाए गए थे। लेकिन इस पोस्टर में भाजपा के किसी नेता का फोटो तो दूर, देश के प्रधानमंत्री मोदी का भी फोटो नहीं है।

गोपालगंज भाजपा नेताओं ने खोला मोर्चा

भाजपा ने इस बैनर को लेकर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि जदयू के नेताओं के द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला समाहरणालय के जिस प्रवेश द्वार पर जदयू के नेताओं का पोस्टर लगाया गया है। उसमें प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं के फोटो गायब है। पूर्व जिला अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय नेतृत्व से इस मामले में जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि एनडीए के बैठक में भी इसका मामला उठाया जाएगा।

एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं?

हालांकि मीडिया में जैसे ही यह खबर प्रसारित हुई वैसे ही आनन फानन में गोपालगंज जिला प्रशासन भी हरकत में आई। बाद में भाजपा के नेताओं के लगे फोटो को भी मेन गेट पर लगाया जा रहा है। इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है। बहरहाल सीएम की इस प्रगति यात्रा से गोपालगंज को लाखों की सौगात जरूर मिली है। लेकिन पोस्टर वार ने एनडीए में दरार को लेकर हवा दे दी है। अब इसी पोस्टर के बहाने जदयू और भाजपा आमने-सामने खड़ी हो गई है।

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