डीवीसी की ओर से दुर्गापुर बैराज से छोड़ गये पानी से पूर्व व पश्चिम बर्दवान, बांकुड़ा, हुगली व हावड़ा में बाढ़ के हालात पैदा हो गये हैं. दुर्गापुर बैराज से दामोदर नदी में दो लाख 51 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया है. नतीजतन, दामोदर नदी के आसपास के उक्त जिलों में सैलाब का खतरा मंडरा रहा है.
कई दौर में छोड़े जा रहे पानी से कांकसा ब्लॉक के सलामपुर में दामोदर नदी के तटीय क्षेत्र के गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है. इस बीच, आपदा मोचन बल(डीआरएफ) की टीम तटीय व निचले क्षेत्रों से ग्रामीणों को निकाल कर स्कूल में बनाये गये राहत शिविरों में पहुंचा रही है.
दुर्गापुर बैराज से छोड़ गये पानी से डूब गयी है
स्थानीय पंचायत की ओर से राहत शिविरों में पीड़ितों के खाने-पीने की सामग्री मुहैया करायी गयी है. इधर, मछुआरों को नदी में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है. तटीय क्षेत्र की कमोबेश सारी खेतिहर भूमि नदी के पानी में डूब गयी है. उधर, पूर्व बर्दवान के विभिन्न ब्लॉक क्षेत्रों में भी यही हाल है. जिले के जमालपुर में जमालपुर ग्राम पंचायत-01 के द्वीपरमाना इलाके में दामोदर का पानी उफनते हुए आबादी वाले गांवों में घुस गया है.
पानी के दबाव से बेरुग्राम गांव का बांध टूट गया है, जिससे नदी का पानी गांव के विभिन्न क्षेत्रों में घुस गया है और सैलाब का खतरा मंडरा रहा है. इस बीच, दुर्गापुर बैराज प्राधिकरण की ओर से मंगलवार दोपहर से धीरे-धीरे पानी छोड़ा जा रहा है. दामोदर में पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है.
बुधवार को सुबह दामोदर से लगे निचले व तटीय क्षेत्रों में पानी तेजी से घुस रहा है और पूर्व बर्दवान के जमालपुर ब्लॉक का बड़ा क्षेत्र पानी में डूब गया है. दामोदर व मुंडेश्वरी गांव नदी के जल से प्लावित हो गये हैं.
जमालपुर प्रखंड के बेरुग्राम क्षेत्र के बलरामपुर में बांध टूटने से नदी का पानी गांव में बह कर जा रहा है. दामोदर का पानी जमालपुर के रामनाथपुर क्षेत्र में भी प्रवेश कर गया है. उधर, बुधवार सुबह जिले के रायना में दामोदर नदी में फंसे दो लोगों को डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम ने बचाया.