ब्रिटिश सांसद जॉन स्टोनहाउस, ब्रिटेन के पूर्व सांसद, इतिहास में अपनी राजनीति के साथ-साथ अपने जटिल निजी जीवन (Complicated personal life) के लिए भी याद किए जाते हैं. ये वही इंसान हैं जिन्होंने अपनी मौत का नाटक किया और वो भी दो बार! पहली घटना पूरी तरह धोखा थी. यह घटना 20 नवंबर, 1974 को हुई जब स्टोनहाउस के कपड़े मियामी बीच पर एक ढेर में मिले. सबने सोचा कि यह ब्रिटिश नेता समुद्र में डूब गए. लेकिन यह गलत साबित हुआ जब उन्हें सिर्फ एक महीने बाद, क्रिसमस ईव पर ऑस्ट्रेलिया में पकड़ लिया गया.
मियामी से ऑस्ट्रेलिया तक का अजीब सफर
स्टोनहाउस उस समय कई परेशानियों से गुजर रहे थे, जब वे बिजनेस ट्रिप के बहाने मियामी गए. यहां तक कि उनके परिवार को भी उनकी गायब होने की योजना का कोई अंदाजा नहीं था. 1960 के दशक के अंत में स्टोनहाउस को एक उभरते नेता के रूप में देखा जाता था और 43 साल की उम्र में वे पोस्टमास्टर जनरल बने, लेकिन 1974 तक उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. उनकी राजनीतिक छवि पर सवाल उठने लगे और बिजनेस डील्स में नुकसान के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई.
जासूस, अफेयर और नई पहचान
1969 में स्टोनहाउस पर आरोप लगा कि वे कम्युनिस्ट चेकोस्लोवाकिया के लिए जासूसी कर रहे हैं. इसके अलावा, उनका अपनी सेक्रेटरी शीला बकले के साथ अफेयर भी था. उनकी पार्टी लेबर पार्टी ने 1970 के आम चुनाव में हार का सामना किया.
मियामी जाने से पहले स्टोनहाउस ने दो मृत व्यक्तियों की पहचान चुराई. उन्होंने पहले जोसफ आर्थर मार्कहम के नाम पर पासपोर्ट बनवाया, जो हाल ही में वॉलसाल में मरा था. बाद में उन्होंने डोनाल्ड क्लाइव मिलडून नाम की नई पहचान बनाई, जो उसी क्षेत्र में मरा था. इसके साथ ही, उन्होंने अपनी नई जिंदगी के खर्चे पूरे करने के लिए कई बैंक अकाउंट्स में बड़ी रकम ट्रांसफर की.