महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में सिर फुटव्वल शुरू हो गया है. कर्नाटक के गृह मंत्री और महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस के प्रभारी रहे जी. परमेश्वर ने पार्टी की शर्मनाक हार के लिए गठबंधन सहयोगियों के बीच सहयोग की कमी को जिम्मेदार ठहराया. परमेश्वर ने कहा कि कांग्रेस ने कई सीटों पर शिवसेना (यूबीटी) का पूरा समर्थन नहीं किया और उद्धव ठाकरे की पार्टी का रवैया भी ऐसा ही था. उन्होंने कहा कि एनसीपी (शरद पवार गुट) के साथ भी ऐसा ही देखने को मिला.
परमेश्वर ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘कई जगहों पर हमने उनके लिए काम नहीं किया, लेकिन उन्होंने हमारे लिए काम नहीं किया. जब हम गठबंधन में होते हैं, तो हमें शिवसेना के उम्मीदवारों का समर्थन करना होता है और शिवसेना को हमारे उम्मीदवारों का समर्थन करना चाहिए. यही समस्या शरद पवार की पार्टी के साथ भी हुई.’
महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट से MVA निराश!
ध्यान दिला दें कि महाराष्ट्र चुनाव के कल आए नतीजे कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी (एसपी) और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) गठबंधन के लिए निराश करने वाली रही. यहां महाविकास अघाड़ी गठबंधन को महज 49 सीटों पर ही जीत मिली. उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 20 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस 16 सीटें ही हासिल कर पाई. वहीं, शरद पवार की एनसीपी को 10 सीटें मिलीं.
कांग्रेस की सीटों पर क्या बोले परमेश्वर?
इन चुनाव नतीजों को लेकर परमेश्वर ने कहा कि कांग्रेस को और सीटें जीतने की उम्मीद थी. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को विदर्भ में और सीटें जीतनी चाहिए थीं. हमें वहां 50 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन हम केवल 8 सीटें ही जीत पाए. 105 सीटों में से हमें 60-70 सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन हम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए.’
कांग्रेस नेता ने महायुती के अन्य नेताओं के दावों को दोहराते हुए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को भी दोषी ठहराया. परमेश्वर ने कहा, ‘हमने अपने नेताओं के बीच जो चर्चा की है, वह यह है कि हमारे देश में, जब तक हमारे पास ईवीएम हैं, तब तक कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के लिए सत्ता में आना बहुत मुश्किल होगा. वे (बीजेपी) ईवीएम हैक करने में माहिर हैं, वे जहां चाहें उनमें हेरफेर करते हैं.’