मोदी कैबिनेट द्वारा वन नेशन-वन इलेक्शन को मंजूरी दिए जाने के बाद अब इस फैसले को लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों की राय भी सामने आ रही है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने मोदी सरकार के वन नेशन-वन फैसले के निर्णय का स्वागत किया है। वहीं समाजवादी पार्टी का कहना है कि हम भी चाहते हैं कि देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ हों मगर इसको लागू करने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
वन नेशन-वन इलेक्शन बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक एक राष्ट्र-एक चुनाव योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। मायावती ने कहा कि ’एक देश, एक चुनाव’ की व्यवस्था के तहत देश में लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय का चुनाव एक साथ कराने वाले प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट द्वारा दी गई मंजूरी पर बहुजन समाज पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य देश और जनहित में होना ज़रूरी है।
वन नेशन-वन इलेक्शन अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की तरफ से सहमति
वहीं, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की तरफ से रविदास मल्होत्रा ने कहा कि हम देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव चाहते हैं, लेकिन ‘वन नेशन-वन इलेक्शन को लागू करने से पहले सभी विपक्षी पार्टियों और सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जानी चाहिए। समजावादी पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं की सहमति से बीजेपी सरकार को इस पर आगे बढ़ना चाहिए।
वन नेशन वन इलेक्शन पर एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव का कहना है कि मैं पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इसके लिए बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने बहुत कम समय में इतने बड़े काम को आकार दिया। हमारी पार्टी ने इस मुद्दे का समर्थन किया है। मैं पीएम मोदी को एनसीपी की ओर से धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने जो संकल्प लिया है और उसे पूरा करने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं।