हथुआ थाना” कंबोडिया समेत अलग-अलग देश में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को एजेंट पैसे लेकर भेजते थे, जहां गलत वीजा पर भारतीय नागरिकों को कंबोडिया से पाकिस्तान व चीन के साइबर अपराधियों के हाथों बेच दिया जाता था. गुरुवार को कुचायकोट, हथुआ, मीरगंज के अलावा नगर थाना क्षेत्र में एनआइए की छापेमारी से हड़कंप मचा रहा.
हालांकि हिरासत में लिये गये लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है. एनआइए ने स्थानीय पुलिस से भी कार्रवाई में सहयोग लिया है. एनआइए की कार्रवाई में कई लोगों के पासपोर्ट, दस्तावेज समेत कई सामग्री मिली है, जिसकी जांच स्थानीय पुलिस के सहयोग से चल रही है. बता दें कि एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने इसके पहले गोपालगंज के होटल संचालक व विदेश भेजनेवाले एजेंट प्रह्लाद सिंह को बीते मई माह में गिरफ्तार किया था,
जिसपर नगर थाने में केस भी दर्ज था. एनआइए ने इस बार भी मानव तस्करी से जुड़े मामले को लेकर ही गोपालगंज के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है. मालूम हो कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मानव तस्करी के मामले में देशभर के 22 ठिकानों पर एक साथ एनआइए की टीम मानव तस्करी के मामले को लेकर छापेमारी करने निकली है.
गोपालगंज में कुचायकोट थाना क्षेत्र, हथुआ थाना क्षेत्र के सिंगहा टोला, मीरगंज थाना और नगर थाना क्षेत्र के आर्य नगर मुहल्ले में छापेमारी की गयी. हथुआ इलाके से अशोक कुमार सिंह, मीरगंज थाना क्षेत्र से दिवाकर कुमार और नगर थाना क्षेत्र के आर्य नगर से सुनील कुमार सोनी को हिरासत में लिया गया.
हथुआ थाना : झूठे वादे कर युवाओं को बनाते हैं निशाना
एनआइए ने सभी स्थानों पर राज्य पुलिस बलों और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ एक समन्वित अभियान चलाया. तलाशी में दस्तावेज़, डिजिटल उपकरण, हस्तलिखित रजिस्टर, कई पासपोर्ट, फर्जी विदेशी रोजगार पत्र आदि सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गयी. विभिन्न राज्य / केंद्रशासित प्रदेश पुलिस बलों द्वारा नयी एफआइआर दर्ज की गयी हैं
और सिर्फ गोपालगंज में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. एनआइए जांच से पता चला है कि आरोपी एक संगठित तस्करी सिंडिकेट में शामिल हैं, जो कानूनी रोजगार के झूठे वादे पर भारतीय युवाओं को लुभाने और विदेशों में तस्करी करने में लगे हुए हैं. गोपालगंज के नगर थाना में करमैनी मुहब्बत के निवासी संजीत यादव ने इसके पहले मई 2024 में केस दर्ज कराया है.
संजीत ने प्रह्लाद सिंह पर गलत वीजा के आधार पर कंबोडिया भेजकर 2 हजार डॉलर में पाकिस्तान के एजेंट के हाथों बेचने का आरोप लगाया था. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर केस को एनआइए को सौंप दिया. एक बार फिर से एनआइए छापेमारी करने पहुंची है. अब इस छापेमारी के बाद कितनी एफआइआर दर्ज हो रहे हैं, जल्द ही अपडेट एजेंसी की ओर से जारी किया जा सकता है.