अमेठी में शिक्षक और उनके परिवार की हत्या के मामले में सियासत भी शुरू हो गई है। अमेठी के सांसद केएल शर्मा रायबरेली पहुंचे और मृतक शिक्षक के पिता से मुलाकात की। उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और मृतक के परिवार के सदस्य के बीच फोन पर बातचीत कराई।
सांसद केएल शर्मा ने कहा, “राहुल गांधी को कल इस घटना की जानकारी दी गई। राहुल गांधी ने मुझे परिवार के साथ रहने को कहा। मैं कल से लगातार परिवार के संपर्क में हूं। आज राहुल गांधी और सोनिया गांधी दोनों ने परिवार से फोन पर बात की है।”
कंपोजिट विद्यालय पन्हौना के सहायक शिक्षक सुनील कुमार जिले के शिवरतनगंज कस्बे में परिवार के साथ रहते थे। वह मूल रूप से रायबरेली के जगतपुर थानांतर्गत सुदामापुर के निवासी थे। पहले वह पुलिस विभाग में सिपाही थे लेकिन बाद में शिक्षक के रूप में उनका चयन हो गया था। उनकी तैनाती रायबरेली में ही थी लेकिन दिसंबर 2020 में अमेठी स्थानांतरण हो जाने पर वह यहां आकर किराए के मकान में रहने लगे थे। गुरुवार की शाम सात बजे सुनील अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर में ही थे।
अमेठी : चारों की मौत
शाम करीब सात बजे बाइक पर सवार वहां पहुंचे और सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और पांच वर्षीय पुत्री सृष्टि व डेढ़ वर्षीय बेटी लाडो पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोलियों की आवाज सुनकर लोग दौड़े लेकिन हमलावर भाग निकले। भीतर जाकर लोगों ने देखा तो चारो लथपथ पड़े थे। लोगों ने तत्काल घायलों को पास के सिंहपुर सीएचसी पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
हत्याकांड ने लिया राजनीतिक रूप
अमेठी और रायबरेली से जुड़ा होने के कारण मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जघन्य हत्याकांड का संज्ञान लेते हुए शीर्ष अफसरों को हमलावरों की गिरफ्तारी करने और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए तो वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर इस घटना को लेकर पोस्ट किया।
कांग्रेस के कई नेता भी मौके पर पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा है कि आज अमेठी में हुई घटना घोर निंदनीय और अक्षम्य है मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा उन पर कठोरतम कार्रवाई होगी।