उत्तर प्रदेश के अमेठी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। परिवार की हत्या करने वाले चंदन वर्मा और पूनम के संबंधों पर बड़ा खुलासा हुआ है। शिक्षक सुनील की मामी ने उनकी पत्नी व आरोपी चंदन के बीच संबंधों पर चुप्पी तोड़ी है। रविवार को शिक्षक की मामी चंद्रकली ने कहा कि सुनील तो बेकसूर था, वह तो पूनम के चक्कर में मारा गया।
चंद्रकली का कहना है कि सुनील पूनम और चंदन के रिश्ते से वाकिफ था, लेकिन पत्नी के प्रति लगाव से वह पूनम के कहने पर ही फैसला लेता था। उन्होंने बताया कि सुनील 15 दिन पहले घर आए थे तो कुछ काम करवाया था। जाते समय अपनी अम्मा से कहा था कि नवरात्र में घर आऊंगा तो पानी का बोर भी करा दूंगा। उन्होंने कहा कि सुनील बहुत गंभीर रहते थे। पूनम अक्सर फोन पर किसी से बात किया करती थी, जिसे लेकर शिक्षक सुनील तनाव में रहते थे
लालगंज से जुड़े चंदन के तार
वहीं, जानकारी सामने आई है कि शिक्षक, पत्नी और दों बेटियों की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा के तार लालगंज कस्बे में रहने वाले शातिर अपराधियों से भी जुड़े थे। अमेठी एसओजी टीम ने लालगंज के छह शातिरों को हिरासत में लेने के बाद रायबरेली पुलिस के सुपुर्द किया है।
पकड़े गए शातिरों में अन्नू डीजे और उसके दोस्त निक्की उर्फ अनुराग का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि अन्नू डीजे ने ही चंदन को मुंगेर की पिस्टल दी थी। इन लोगों की निशानदेही पर आठ से 10 अवैध असलहे बरामद किए जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि, पुलिस अफसर इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं।
बृहस्पतिवार देर शाम हुए हत्याकांड में आरोपी चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली गई थी। चंदन को यह पिस्टल किसने दी, इसकी जांच रायबरेली व अमेठी पुलिस कर रही थी। इस क्रम में एसओजी अमेठी ने शुक्रवार रात लालगंज पहुंचकर चंदन के छह मददगारों को हिरासत में ले लिया।
जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि निक्की ने पिस्टल की खरीदारी और अन्नू डीजे ने इसे चंदन को दिया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर असलहा तस्करों का एक बड़ा गैंग पकड़ा गया है।
अब पुलिस का पूरा फोकस सुबूत जुटाने पर है। सूत्रों के अनुसार दीपक सोनी के जरिये पुलिस को कई अहम सबूत मिले हैं। घटना के समय चंदन ने उसी के यहां बाइक खड़ी की थी। बाइक खड़ी करने के कितनी देर बाद वह लौटा और किस हाल में लौटा, घटना को उसने कितनी देर में अंजाम दिया, ऐसे कई सवालों के जवाब पुलिस को मिले हैं।
अमेठी हत्याकांड: आयोग की टीम के सामने छलका पिता का दर्द
अमेठी के शिवरतनगंज में शिक्षक व परिवार के तीन लोगों की हत्या का मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। रविवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की टीम मृतक शिक्षक के घर सुदामापुर पहुंची। टीम ने परिजनों से बात कर घटना की जानकारी ली। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने टीम से न्याय दिलाने की मांग की। साथ ही अपनी समस्याएं भी बताईं। टीम करीब 50 मिनट तक गांव में रही। इस दौरान रायबरेली सदर कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे की भी जानकारी ली।
शिक्षक सुनील कुमार, पत्नी पूनम, बेटी समीक्षा और सृष्टि की हत्या से राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ी है। वहीं, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी घटना का संज्ञान लिया है। रविवार दोपहर करीब 12:50 बजे आयोग के सदस्य लवकुश कुमार तीन सदस्यीय टीम के साथ सुदामापुर पहुंचे।
उन्होंने सुनील के पिता राम गोपाल, मां राजवती, भाई सोनू से घटना की जानकारी ली। टीम को सुनील के साथी ने बताया कि आरोपी चंदन से सुनील का विवाद चल रहा था। 18 अगस्त को तहरीर देने के बाद भी रायबरेली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।
आयोग के सदस्य लवकुश कुमार ने सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहवार को निर्देश दिए कि शिक्षक व उनकी पत्नी के परिवार को कोई समस्या न होने पाए। एएसपी संजीव कुमार सिन्हा से कहा कि दोनों परिवारों की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं। यही नहीं घर में पानी की समस्या का पता चलने पर उन्होंने एडीओ पंचायत जगतपुर संजीव शर्मा को जल्द से जल्द हैंडपंप लगवाने के निर्देश दिए। इसके बाद टीम लखनऊ रवाना हो गई।
पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दे रहा प्रशासन
सुदामापुर गांव जाने से पहले आयोग की टीम पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस पहुंची थी। यहां आयोग के सदस्य लवकुश कुमार ने डीएम हर्षिता माथुर से सुदामापुर गांव के हालात और शिवरतनगंज हत्याकांड पर जानकारी ली। पीड़ित परिवार को किस तरह से प्रशासन मदद कर रहा है, इस बारे में डीएम ने टीम के सदस्य को अवगत कराया।
आयोग के सदस्य ने मीडिया को बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही अमेठी और रायबरेली के प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। प्रदेश सरकार भी पीड़ित परिवार की हर संभव मदद कर रही है। उनकी मांगों को प्रशासन पूर कर रहा है। रायबरेली पुलिस की अनदेखी के सवाल पर कहा कि पहुंचकर स्थिति से वाकिफ होकर ही इस बारे में कुछ कहेंगे।