अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। बैठक के लिए पीएम मोदी डेलावेयर में बाइडन के घर पर पहुंचे। यहां बाइडन ने पीएम मोदी से हाथ मिलाया और दोनों नेताओं ने गले मिलकर अभिवादन किया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक में चीन और रूस पर चर्चा होने की उम्मीद है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन और भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल हैं।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और विदेश सचिव विक्रम मिस्री शामिल हैं। बैठक में प्रेस की एंट्री नहीं है, लेकिन बाद में एक रीडआउट जारी किया जाएगा। पीएम मोदी और जो बाइडन के बीच यह आखिरी द्विपक्षीय बैठक हो सकती है। बाइडन अपने कार्यकाल के आखिरी महीने में हैं। अमेरिका में आगामी 5 नवम्बर को अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति: बैठक में रूस और चीन पर चर्चा
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने संकेत दिया था कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत का मुख्य विषय यूक्रेन में चल रहा संघर्ष और रूस और चीन के प्रति भारत का रुख होगा। सुलिवन ने अमेरिका के इस नजरिए पर जोर दिया कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता अंतरराष्ट्रीय कानून और मानदंडों का उल्लंघन करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत जैसे देशों को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करना चाहिए और रूस के युद्ध प्रयासों में इनपुट देने से बचना चाहिए।
क्वाड शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका के फिलाडेल्फिया पहुंचे। यहां से वे डेलावेयर पहुंचे, जहां क्वाड के शिखर सम्मेलन में जो बाइडन और ऑस्ट्रेलिया के एंथनी अल्बनीज और जापान के फुमियो किशिदा के साथ शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के रविवार को न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में प्रवासी समुदाय को संबोधित करेंगे और बाद में व्यापार जगत के नेताओं के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति मुलाकात करेंगे। सोमवार को वे संयुक्त राष्ट्र में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ में भाषण देंगे और स्वदेश के लिए रवाना होंगे।