भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजर ने कहा कि उनके देश को ईरान पर कार्रवाई का अधिकार है। अजर का कहना है कि इजरायल शांति का पक्षधर है लेकिन ईरान ने जिस तरह एक अक्टूबर को 180 मिसाइल दागी थीं, उसके बाद इजरायल को भी जवाबी हमले का पूरा हक है। अजर ने भारत की भी जमकर तारीफ की है। उन्होंने भारत को उभरती हुई शक्ति बताते हुए कहा कि नई दिल्ली की पश्चिम एशिया में बड़ी भूमिका होगी। इजरायली राजदूत ने सोमवार को एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में ये बाते कही।
एनडीटीवी से बातचीत में रूवेन अजर ने कहा, ‘इजरायल पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता चाहता है लेकिन वह ऐसी स्थिति कबूल नहीं करेगा, जिसमे ईरान कभी भी हमला करने के लिए आजाद हो। इजरायल स्थिरता को बढ़ावा देना चाहता है। वह जॉर्डन और मिस्र के साथ पीस डील, यूएई, बहरीन, मोरक्को और सूडान के साथ अब्राहम समझौते और सऊदी अरब के साथ बातचीत के जरिए स्थिरता लाने की कोशिश कर रहा है।’
‘भारत की भूमिका बहुत बड़ी होने वाली है’
पश्चिम एशिया में संघर्ष खत्म करने में भारत की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर अजर ने कहा कि एक उभरती हुई शक्ति के रूप में भारत को पश्चिम एशिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। आने वाले हर साल भारत का महत्व बढ़ता ही जाएगा। डेटा देखें तो अगले वर्षों में भारतीय इकॉनमी 260 बिलियन डॉलर तक हो जाएगी। इजरायल की अर्थव्यवस्था 600 बिलियन डॉलर है। ऐसे में भारत को दुनिया में बड़ा योगदान देना है। भारत एक पावरहाउस बनने जा रहा है और उसे दुनिया से जुड़ने की जरूरत है।
इजरायली राजदूत ने कहा कि भारत के पास पश्चिम एशिया के देशों को देने के लिए बहुत कुछ है। भारत कैसे यूएई के साथ अपने संबंधों को बढ़ा रहा है। जब कनेक्टिविटी का बुनियादी ढांचा तैयार हो जाएगा, तो हम अपने क्षेत्र में भारत की बड़ी भूमिका देखेंगे। हम भारत के निवेश और भारत के साथ हमारे सहयोग पर निर्भर हैं और यह भूमिका हर साल बढ़ने वाली है।
‘हमास को हमने तबाह कर दिया है’
हमास के फिर से उभरने पर अजर ने कहा कि याह्या सिनवार और गुट के दूसरे नेताओं की हत्या के बाद इस दफा स्थिति पुरानी लड़ाईयों से अलग है। हम गाजा में जो हासिल करने में कामयाब हुए हैं, वह पहले नहीं कर सके थे। हमने हमास को इस तरह हराया है कि वह इजरायल के लिए खतरा पैदा नहीं कर सकेगा। हमने उनकी मिसाइल फैक्ट्रियों को नष्ट कर दिया है। हमने उन सीमाओं को सील कर दिया है, जहां से उनको हथियार मिलते थे। हमास के लिए फिर से उठ खड़ा होना मुश्किल होगा।