कोलकाता के आरजी कर मेमोरियल कॉलेज और अस्पताल में बुधवार रात विरोध प्रदर्शन (Kolkata RG kar Medical College Protest) के नाम पर जमकर हिंसा हुई. अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस ने अब उस उग्र भीड़ की तस्वीरें जारी कर दी हैं, अगर आप इनको पहचानते हैं तो कोलकाता पुलिस को सूचित कर सकते हैं.
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर दंगाइयों के चेहरों के साथ तस्वीरें शेयर (Rioters’ Pics) करते हुए लोगों से उनके बारे में जानकारी मांगी है, ताकि उनकी पहचान की जा सके. ये लोग ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन देखते ही देखते ये विरोध हिंसा में बदल गया. दंगाइयों न सिर्फ अस्पताल में जमकर उत्पात मचाया बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को तहस-नहस कर दिया.
कोलकाता अस्पताल में तोड़फोड़, संपत्ति को नुकसान
गुरुवार रात को पश्चिम बंगाल समेत देश के कई अन्य शहरों की महिलाएं डॉक्टर की हत्या पर अपना विरोध जता रही थीं. उसी दौरान भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की और अस्पताल की बिल्डिंग पर भी धावा बोल दिया. दंगाइयों के अस्पताल के अंदर की चीजों को नुकसान पहुंचाने की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. हालात इतने खराब हो गए कि पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
दंगाइयों ने क्राइम सीन को नहीं पहुंचाया नुकसान
दावा किया गया था कि दंगाइयों ने क्राइम सीन, यानी कि सेमिनार हॉल में भी घुसने की कोशिश की थी. इस बीच कोलकाता पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी क्राइम सीन तक पहुंचे ही नहीं. सोशल मीडिया यूजर्स को अफवाहें फैलाने के खिलाफ चेतावनी दी गई है. इस बीच अस्पताल में हुई जघन्य घटना पर भीड़ के उबाल के बाद राजनीतिक विवाद भी तेज हो गया है.
दंगाइयों को ममता बनर्जी के भेजा-सुवेंदु
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी का आरोप है कि विरोध रैली को बाधित करने के लिए ममता बनर्जी ने ही दंगाइयों को भेजा था. उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने अपने टीएमसी के गुंडों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के पास विरोध रैली में भेजा. उनको लगता है कि वह पूरी दुनिया में सबसे चालाक हैं. उनके लोगों की प्लानिंग का किसी को पता नहीं चलेगा कि दंगाई प्रदर्शनकारियों के रूप में भीड़ में शामिल हो जाएंगे और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर बर्बरता करेंगे.”
सबूतों को नष्ट करने की कोशिश
बीजेपी का आरोप है कि पुलिस ने दंगाइयों को अस्पताल में घुसने के लिए सुरक्षित रास्ता दिया गया, ताकि वह अहम सबूत वाली जगहों को नष्ट कर सकें, जिससे ये सीबीआई की नजर में न आएं. वहीं बीजेपी ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना को लेकर ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है.