दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में आम आदमी पार्टी के विधायक मुकेश अहलावत नया चेहरा होंगे जबकि चार मंत्री बरकरार रहेंगे। आप ने गुरुवार को यह जानकारी दी। दिल्ली की मुख्यमंत्री नामित की गईं आतिशी और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी 21 सितंबर को पद की शपथ लेंगे। आप ने कहा कि निवर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मंत्रीमंडल का हिस्सा रहे गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन को फिर से मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी
कौन हैं मुकेश अहलावत?
दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा से विधायक अहलावत को समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद द्वारा इस्तीफा देने के बाद खाली हुए स्थान पर शामिल किया जाएगा। आनंद ने अप्रैल में केजरीवाल सरकार से इस्तीफा दे दिया था और ‘आप’ से भी नाता तोड़ लिया था। अहलावत सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने हैं। मुकेश अहलावत उन्होंने 2020 में 48,000 से अधिक मतों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। मुकेश अहलावत को आप दलित चेहरे के रूप में पेश करेगी। उन्हें समाज कल्याण मंत्री बना कर पार्टी डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश करेगी।
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी बना रही हैं सरकार
आप के राष्ट्रीय संयोजक के विश्वासपात्र सहयोगियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन द्वारा पिछले साल फरवरी में इस्तीफा देने के बाद आतिशी और भारद्वाज को केजरीवाल के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी में नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया।मुकेश अहलावत
आतिशी के मंत्रिमंडल में कौन-कौन?
केजरीवाल की अध्यक्षता वाले मंत्रीमंडल में आतिशी के पास वित्त, राजस्व, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और शिक्षा जैसे 13 प्रमुख विभाग हैं। इतने सारे विभागों को संभालने में उनके अनुभव के कारण ही आतिशी को केजरीवाल का उत्तराधिकारी चुना गया।मुकेश अहलावत गोपाल राय पर्यावरण, विकास और सामान्य प्रशासन विभाग संभालते हैं जबकि भारद्वाज स्वास्थ्य, पर्यटन और शहरी विकास विभाग के मंत्री हैं। कैलाश गहलोत के पास परिवहन, गृह तथा महिला एवं बाल विकास विभाग हैं, जबकि हुसैन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हैं।
जल्द सीएम पद की शपथ लेंगी आतिशी
दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत सात सदस्य हैं। नयी मुख्यमंत्री और नये सदस्यों का कार्यकाल संक्षिप्त होगा क्योंकि अगले साल फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव होंगे। दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल के सातवें सदस्य के नाम की घोषणा होनी अभी बाकी है। नये मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह राज निवास में आयोजित किया जा सकता है। हालांकि, केजरीवाल ने जिन परिस्थितियों में इस्तीफा दिया है उसके मद्देनजर यह ‘सादा समारोह’ हो सकता है।