जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार दिल्ली चुनाव में नजर नहीं आ रहे हैं. राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता जहां दिल्ली के रण में अरविंद केजरीवाल और बीजेपी का खेल बिगाड़ने में लगे हुए हैं. वहीं, कन्हैया कुमार पार्टी गतिविधियों में दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं.
ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ता भी अब इसके मायने तलाश रहे हैं. कन्हैया कुमार के सोशल मीडिया अकाउंट से भी झलकता है कि दिल्ली चुनाव में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. जबकि, बीते लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार को कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से बीजेपी के मनोज तिवारी के खिलाफ मैदान में उताारा था.
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की नजदीकी के कारण कन्हैया कुमार दिल्ली चुनाव से दूर हैं या फिर प्रदेश कांग्रेस की पॉलिटिक्स ने कन्हैया कुमार को दूर कर दिया है?
कन्हैया ने नए साल में अब तक चार बार एक्स पर पोस्ट किया है. नए साल में कन्हैया ने 3, 5, 7 और 12 जनवरी को पोस्ट किए, जिसमें 3 जनवरी को उन्होंने बीपीएससी छात्रों के प्रोटेस्ट को लेकर एक पोस्ट किया था. वहीं, 5 जनवरी को अपने पोस्ट में कन्हैया ने बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी के बयान की आलोचना की थी.
7 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मतदान की तारीख है-5 फरवरी, बदलाव के लिए कांग्रेस है जरूरी’ वहीं, 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर एक पोस्ट किया था.
कहां चले गए कन्हैया कुमार?
कन्हैया के हालिया बयान और एक्स पर पोस्ट से साफ झलकता है कि वह दिल्ली में कांग्रेस की गतिविधियों से काफी दूर हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर पूर्वांचली बहुल नॉर्थ ईस्ट सीट पर कन्हैया कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या कांग्रेस की अंदरुनी गुटबाजी की वजह से कन्हैया कुमार ने प्रचार से दूरी बना ली है या फिर केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का कन्हैया इंतजार कर रहे हैं?