गुजरात के बनासकांठा जिले की वाव विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बुधवार को नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी सहित दस उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। सहायक जिलाधिकारी एवं उपचुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी कार्तिक जीवाणी ने बताया कि नामांकन दाखिल करने वाले कुल 21 उम्मीदवारों में से पांच ने बुधवार को नामांकन वापस ले लिया, जो नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी।
छह ने वापस लिए नामांकन
जीवाणी ने कहा कि इन 21 में से छह उम्मीदवारों ने पहले ही अपना नामांकन वापस ले लिया था, जबकि पांच अन्य ने बुधवार को अपना नाम वापस ले लिया। अब 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए 10 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। जून में बनासकांठा से लोकसभा के लिए चुनी गईं मौजूदा कांग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर के इस्तीफे के बाद वाव सीट खाली हो गई थी। कांग्रेस ने पूर्व विधायक गुलाबसिंह राजपूत को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने स्वरूपजी ठाकोर को मैदान में उतारा है, जो 2022 के विधानसभा चुनाव में वाव सीट से गेनीबेन ठाकोर से हार गए थे।
सात निर्दलीय मैदान में कूदे
चुनाव मैदान में अन्य आठ उम्मीदवारों में भारतीय जन परिषद पार्टी के चेतन ओझा और सात निर्दलीय शामिल हैं। इन निर्दलीयों में भाजपा के बागी एवं पूर्व विधायक मावजी पटेल भी शामिल हैं। चौधरी समुदाय से आने वाले पटेल (73) ने 1990 में जनता दल के उम्मीदवार के रूप में वाव से जीत हासिल की थी। इसके बाद वे विपक्षी कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनावों में थराद सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद 2019 में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए। बनासकांठा भाजपा अध्यक्ष कीर्तिसिंह वाघेला ने कहा कि पार्टी का सदस्य होते हुए भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा मावजी पटेल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।
गेनीबेन ठाकोर जीती थीं चुनाव
इस साल के लोकसभा चुनाव में गेनीबेन ठाकोर ने बनासकांठा से भाजपा की रेखाबेन चौधरी को 30,000 से अधिक मतों से हराया था, जो अपना पहला चुनाव लड़ रही थीं। ठाकोर आम चुनावों में गुजरात में जीत दर्ज करने वाली एकमात्र कांग्रेस उम्मीदवार थीं। आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वाव निर्वाचन क्षेत्र में 3.10 लाख पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 1.61 लाख पुरुष और 1.49 लाख महिलाएं शामिल हैं। मतगणना 23 नवंबर को होगी।