गेहूं की बुवाई से ठीक पहले भारत में खाद संकट गहरा गया है। भारत में खाद विशेषकर डीएपी और एनपीके का बड़ा संकट पैदा हो गया है। इसकी वजह से किसानों को रात-रातभर डीएपी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। दरअसल, यूक्रेन और गाजा युद्ध की वजह से दुनिया में पेट्रोलियम आधारित रासायनिक खादों की भारी किल्लत हो गई है। विशेषज्ञों ने सरकार से मांग की है कि वह अपना फर्टिलाइजर प्रोडक्शन की क्षमता बढ़ाए। आलम यह है कि उत्तर प्रदेश में मात्र कुछ ही दिनों का खाद का स्टॉक बचा हुआ है। यूपी में रबी की बुवाई शुरू हो गई है और खाद मिलना सपना हो गया है। संकट की इस घड़ी में पीएम मोदी ने हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से गुहार लगाई थी। अब पुतिन ने भारत को तत्काल फर्टिलाइजर भेजने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने भारत को महान देश बताया और कहा कि वह ग्लोबल सुपरपावर बनने का हकदार है।
रूस दुनिया के उन सबसे बड़े देशों में शामिल है जो नाइट्रोजन, पोटाश और फास्फोरस का निर्यात करते हैं। रूस से सप्लाई में बाधा आने की वजह से नहीं खादों की कीमत बढ़ रही है। इस संकट को देखते हुए हाल ही में पीएम मोदी ने रूस यात्रा के दौरान पुतिन से गुहार लगाई थी कि वह डीएपी और अन्य खादों की सप्लाई तत्काल सुनिश्चित कराने में मदद करें। इसके बाद अब पुतिन ने बड़ा ऐलान कर दिया है। पुतिन ने गुरुवार को दिए अपने एक भाषण में कहा कि पीएम मोदी ने मेरा ध्यान इस तथ्य की ओर कराया था कि भारतीय किसानों के लिए तत्काल फर्टिलाइजर की मात्रा और संख्या को बढ़ाने की जरूरत है।
‘भारत में बंपर निवेश करने को तैयार’
पुतिन ने कहा , ‘हमने यह कर दिखाया है और भारतीय किसानों की जरूरत को देखते हुए इसकी सप्लाई बढ़ाने के लिए तैयार हैं।’ रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दशकों से हमारा स्वाभाविक साझीदार है। उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि भारत की आजादी में सोवियत संघ की भूमिका सभी परिचित हैं और किस तरह से हमने दशकों से भारतीय लोगों की मदद की है। इस दौरान दोनों देशों के बीच एक विशेष भरोसा पैदा हुआ है। हम भारत के साथ हर क्षेत्र में रिश्ते विकसित कर रहे हैं।’
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम एलएनजी की सप्लाई पर काम कर रहे हैं और परमाणु प्लांट भारत में लगा रहे हैं। हम पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं जो भारत में निर्माण पर जोर दे रहे हैं। हम भारत में निवेश को तैयार हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में रूस ने 20 अरब डॉलर का निवेश किया है। भारत एक महान देश है और आबादी के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा देश है। भारत तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ व्यापार चीन की तरह से बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन यह 60 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया है। यह हर साल बढ़ रहा है।