गोपालगंज सदर अस्पताल व अनुमंडलीय अस्पतालों को छोड़ दें, तो बाकी अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाला भोजन अभी स्वास्थ्य विभाग की फाइलों में पक रहा है. फाइलों से बाहर आने के बाद ही मरीजों तक पहुंच पायेगा. यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह के जवाब तलब के बाद हुआ है.
गोपालगंज में पीएचसी, सीएचसी, रेफरल अस्पातल, अनुमंडलीय अस्पताल, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती होने वाले मरीजों को भोजन के मद में वित्तीय वर्ष 2024-25 में गोपालगंज जिले को 1.13 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जो फाइलों से बाहर नहीं निकल रहा है.सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद से इस संबंध में सचिव के द्वारा पूछताछ की गयी,
तो पता चला कि उनको राशि के आवंटन की जानकारी ही नहीं है. थोड़ी देर बाद उनके द्वारा स्पष्ट किया गया कि दरअसल इसका टेंडर फाइनल नहीं हुआ. इससे मरीजों को खाना नहीं मिल पा रहा है. सीएस ने विभाग को भरोसा दिलाया कि आज से ही भोजन उपलब्ध कराने का इंतजाम किया जायेगा. इस पर सचिव के द्वारा नाराजगी प्रकट की गयी.
यह है गोपालगंज स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन
राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार एवं स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के द्वारा दिये गये निर्देशों में सभी स्वास्थ्य संस्थानों में भर्ती मरीजों को पथ्य (भोजन) उपलब्ध कराया जाना है. इसके लिए गोपालगंज को भी 1 करोड़ 13, 28900 रुपये का आवंटन दिया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामान्य प्रसव होने पर तीन दिन एवं शल्य प्रक्रिया
से प्रसव के लिए सात दिन का पथ्य (भोजन) के लिए प्रति लाभार्थी 150 रुपये प्रतिदिन तथा इसके अतिरिक्त पीएचसी, अतिरिक्त पीएचसी पर होने वाले संख्यागत प्रसव के लिए प्रति मरीजों को पथ्य (भोजन) के लिए 100 रुपये की दर से राशि आवंटित है. भर्ती मरीजों को भोजन के रूप में सुबह का नाश्ता, दोपहर में खाना तथा रात्रि का खाना खिलाने का निर्देश दिया गया है.
टेंडर में उलझा पूरा मामला
रोगी कल्याण समिति द्वारा स्वास्थ्य संस्थानों में भर्ती मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अनुबंध कराना था. उसका अनुबंध समाप्त होने के बाद भी विगत दो वर्षों में पुनः निविदा प्रकाशित नहीं की गयी, जिसके कारण गोपालगंज जिले के सात स्वास्थ्य संस्थानों में भर्ती मरीजों का पथ्य (भोजन) उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. इसके कारण अनुबंध का विस्तार नहीं किया गया है. अनुबंध रद्द होने के बाद वर्ष 2023 से अब तक भर्ती मरीजों के पथ्य (भोजन) के लिए निविदा नहीं निकाली गयी.
जदयू के पूर्व विधायक की शिकायत पर गंभीर हुआ विभाग
जदयू के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह ने मरीजों को भोजन नहीं मिलने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के सचिव से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि जिले के सिधवलिया, बरौली, मांझा, कटेया, फुलवरिया, उचकागॉव, कुचायकोट के अस्पतालों में भर्ती मरीजों विशेष कर नॉर्मल डिलिवरी एवं शल्य डिलिवरी वाले मरीजों को आहार उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस पर विभाग गंभीर हो गया.