गोपालगंज: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालगंज में एक बड़े दूध प्लांट की नींव रखी। ये प्लांट कटेया प्रखंड के बैरिया गांव में बनेगा। इसकी क्षमता एक लाख लीटर दूध रोज बनाने की होगी। इससे आसपास के पशुपालकों को फायदा होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। इस लेकर भव्य शिलान्यास कार्यक्रम रखा गया था। बिहार के कई मंत्री और अफसर मौजूद थे। मगर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जूता पहने ही खड़े-खड़े शिलान्यास कार्यक्रम को संपन्न किया। उनके बगल में मंत्री विजय चौधरी भी जूता पहने खड़े थे। पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने कई विभागों के स्टॉल भी देखे और दिव्यांगों को ट्राईसाइकिल भी दी। ये प्रोजेक्ट ‘सात निश्चय-2’ का हिस्सा है। इसके तहत 2024-25 तक 7 हजार नई दुग्ध समितियां बनाने का लक्ष्य है।
गोपालगंज में खुल रहा मिल्क प्लांट
गोपालगंज में एक लाख लीटर क्षमता वाले दूध प्लांट का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। ये समारोह कटेया प्रखंड के बैरिया गांव में हुआ। इस मौके पर उन्होंने साइट प्लान भी देखा। अधिकारियों ने बताया कि इस प्लांट से आसपास के पशुपालक और स्थानीय लोग कैसे लाभान्वित होंगे। रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री ने कई विभागों के स्टॉल का निरीक्षण किया। इनमें पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, COMFED, जीविका, शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग शामिल थे। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग सशक्तीकरण छात्र योजना के तहत बैट्री से चलने वाली ट्राईसाइकिल लाभार्थियों को दी।
प्रोजेक्ट से 50 हजार किसानों को फायदा
ये प्रोजेक्ट ‘सात निश्चय-2’ का एक अहम हिस्सा है। इसके तहत राज्य सरकार 2024-25 तक 7000 नई दुग्ध समितियां बनाएगी। गोपालगंज में भी कई नई समितियां बनेंगी। इन समितियों से मिलने वाले दूध की स्थानीय स्तर पर प्रोसेसिंग होगी। इससे लोग दूध उत्पादन के क्षेत्र में आगे आएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए एक लाख लीटर क्षमता का यह प्लांट लगाया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट पर कुल 53.64 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्लांट 10.81 एकड़ जमीन पर बनेगा। इसमें 7197 वर्ग मीटर में विधायन संयंत्र, प्रशासनिक भवन, सर्विस ब्लॉक, PTP भंडार आदि बनाए जाएंगे। सरकार दुधारू पशु खरीदने पर भी अनुदान दे रही है। इस प्लांट से गोपालगंज के साथ-साथ सीवान और पश्चिमी चंपारण के भी लगभग 50 हजार किसानों को फायदा होगा।
पर्यावरण संरक्षण की दिलाई याद
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दूध प्लांट का काम समय पर पूरा हो। उन्होंने कहा, ‘आज यहां दुग्ध उत्पादन संयंत्र का शिलान्यास किया गया है, इसका काम निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण कराएं। उन्होंने आगे कहा कि इससे आसपास के लोगों को बहुत फायदा होगा। मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘जल और हरियाली के बीच ही जीवन सुरक्षित है, जिसे ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरूआत कराई।’ उन्होंने सबको पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी याद दिलाई और कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है।
इस अवसर पर कई मंत्री और अधिकारी मौजूद थे। पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। विभाग की प्रधान सचिव एन. विजयालक्ष्मी ने उन्हें पौधा भेंट किया। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, गन्ना उद्योग मंत्री सह गोपालगंज जिला प्रभारी मंत्री कृष्णनंदन पासवान, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम, सांसद आलोक कुमार सुमन, विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय, विधायक कुसुम देवी, विधान पार्षद बीरेंद्र नारायण यादव, पूर्व विधायक मंजित सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, आयुक्त सारण प्रमंडल गोपाल मीणा, बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन के प्रबंध निदेशक राज कुमार, निदेशक मत्स्य पालन अभिषेक रंजन, जिलाधिकारी गोपालगंज प्रशांत कुमार सी.एच. और पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित भी उपस्थित थे।