गोपालगंज में एक सरकारी स्कूल के टीचर के बेटे ने पैसे के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची। 14 अगस्त को हेमंत कुमार मांझी नाम के इस लड़के ने अपने दोस्त राजन कुमार के साथ मिलकर अपहरण का नाटक किया और अपने पिता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी। पिता ने बेटे की सलामती के लिए अपहरणकर्ताओं के बताए गए खाते में तत्काल 10 हजार रुपये भी भेज दिए। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही इस फर्जी अपहरण कांड का पर्दाफाश कर दिया और दोनों दोस्तों को यूपी के देवरिया से गिरफ्तार कर लिया।
गोपालगंज जिले के विजयीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव का है।
यह मामला गोपालगंज जिले के विजयीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव का है। पीड़ित पिता अशोक कुमार मांझी विजयपुर के मिडिल स्कूल सारुपाई में शिक्षक हैं। 14 अगस्त को जब वे स्कूल से घर पहुंचे तो उनका बेटा हेमंत घर पर नहीं था। हेमंत स्कूल से घर के लिए निकला था लेकिन घर नहीं पहुंचा। थोड़ी देर बाद अशोक कुमार मांझी के पास एक फोन आया और फोन करने वाले ने बताया कि उनके बेटे हेमंत का अपहरण हो गया है। अपहरणकर्ताओं ने एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की और पैसे भेजने के लिए एक खाता नंबर भी दिया।
मांगी गई थी 1 लाख की फिरौती
बेटे की सलामती के लिए अशोक कुमार मांझी ने तुरंत अपहरणकर्ताओं के खाते में 10 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए और विजयपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए गोपालगंज एसपी ने तुरंत एक एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने तुरंत जांच शुरू की और 24 घंटे के अंदर ही हेमंत और उसके दोस्त राजन को यूपी के देवरिया से गिरफ्तार कर लिया।
छात्र और उसका दोस्त गिरफ्तार: एसडीपीओ
एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि, ‘अपहृत हेमंत कुमार मांझी ने खुद के अपहरण की साजिश रची थी। वह अपने पापा से पैसे की डिमांड कर रहा था। इसके लिए उसने खुद के अपहरण की साजिश रची और एक लाख की डिमांड की।’ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने आगे बताया कि, ‘अपहरण की झूठी साजिश में हेमंत के साथ उसका दोस्त राजन कुमार भी सहयोगी था। इस मामले में पुलिस ने दो मोबाइल फोन और जिस सिम कार्ड से फिरौती की मांग की गई थी, उसे भी बरामद कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।