बिहार के गोपालगंज में एक साल में 312 नए एचआईवी पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह चिंताजनक आंकड़ा गोपालगंज सदर अस्पताल के एआरटी सेंटर से सामने आया है। सेंटर की काउंसलर पूनम कुमारी ने बताया कि इन नए मरीजों में 283 आम महिलाएं और पुरुष हैं, 26 गर्भवती महिलाएं हैं और 3 थर्ड जेंडर हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में मिले 312 नए मरीजों के साथ जिले में कुल एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3100 हो गई है। ये सभी मरीज एआरटी सेंटर से मुफ्त दवा और काउंसलिंग ले रहे हैं।
जागरूकता फैलाने की सख्त जरूरत
एआरटी सेंटर की काउंसलर पूनम कुमारी ने बताया कि इस साल गोपालगंज में 312 नए एचआईवी मरीज मिले हैं। इनमें 283 सामान्य महिला और पुरुष हैं। वहीं 26 गर्भवती महिला हैं। इसके अलावा 3 थर्ड जेंडर भी शामिल हैं, जिनमें एचआईवी पॉजिटिव के लक्षण पाए गए हैं। जिले में हर महीने औसतन 20 से 30 नए एचआईवी पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। यह स्थिति चिंताजनक है और इसके लिए जागरूकता फैलाने की सख्त जरूरत है।
कोई भी व्यक्ति करा सकता है निशुल्क जांच
गोपालगंज काउंसलर पूनम कुमारी ने बताया कि इस एआरटी सेंटर में कोई भी व्यक्ति जाकर निशुल्क जांच करा सकता है। एचआईवी से संबंधित परामर्श ले सकता है। जिसकी जानकारी बिल्कुल गोपनीय रखी जाती है। उन्होंने कहा कि एआरटी सेंटर का मुख्य उद्देश्य हाईवे पर चलने वाले गाड़ियों, खासकर दूसरे राज्यों में आने जाने वाले ट्रक ऑपरेटरों की ज्यादा से ज्यादा जांच करना है। क्योंकि ऐसे मामलों में एचआईवी पॉजिटिव के मिलने की संभावना ज्यादा होती है।
समय-समय पर लगाए जाते हैं कैंप
गोपालगंज काउंसलर ने बताया कि वैसे व्यक्ति जो बाहर काम करते हैं, वे भी अपने लाइफ पार्टनर और परिवार के साथ सेंटर आकर अपना और अपने परिवार का गोपनीय तरीके से जांच करवा सकते हैं। उन्हें निशुल्क सलाह दी जाती है और एचआईवी पॉजिटिव होने पर उनका ट्रीटमेंट भी निशुल्क शुरू कर दिया जाता है। काउंसलर ने बताया कि जिले में समय-समय पर एचआईवी जांच के कैंप भी लगाये जाते हैं और इस कैंप के जरिए लोगों को एचआईवी के प्रति जागरूक भी किया जाता है।