गोपालगंज। NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम जिस ट्रेवेल एजेंसी व एजेंटों की कुंडली खंगालने के लिए गुरुवार की सुबह से शाम तक गोपालगंज में जमी रही, उन पर लगे आरोप सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। भारतीय युवक को विदेश में काम दिलाने के नाम पर ले जाकर उसे साइबर ठगी का काम करने के लिए कहा गया। उसने जब इससे इनकार किया तो उसे बिजली के झटके देकर प्रताड़ित किया गया।
ट्रेवल एजेंट को पैसे देकर गए विदेश
कहानी हथुआ थाना क्षेत्र के हथुआ निवासी शुभम कुमार की है। बीते 29 अक्टूबर 2023 को उसने मीरगंज थाना क्षेत्र के कवलहाता गांव निवासी अशोक सिंह के पुत्र अर्जुन कुमार सिंह के सामने विदेश में नौकरी की इच्छा प्रकट की। इस पर अर्जुन ने अपने पिता अशोक सिंह को विदेश भेजने वाला एजेंट बताते हुए एक नवंबर 2023 को एक लाख 50 हजार रुपये में डील फाइनल की। तय रकम देने के बाद 27 नवंबर को शुभम कुमार को कोलकाता से फ्लाइट से कंबोडिया के बिल्ला नामक जगह पर भेज दिया गया।
भारतीयों से ठगी का काम
वहां मुन्ना सिंह नामक एक व्यक्ति ने शुभम को किसी डीजी ग्रुप के चीनी मूल के लोगों को सौंप दिया। पहले बताया गया कि कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य करना है। बाद में पता चला कि इस नाम पर भारतीय लोगों को कॉल करके ठगी की जाती है। यह सब जानकर शुभम सन्न रह गया और उसने साइबर ठगी करने से मना कर दिया। इसके बाद उसे बिजली के झटके देकर प्रताड़ित किया गया।
चीनी माफियाओं ने की पैसे की मांग
चीनी माफिया ने उससे कहा कि तुम्हारे एजेंट ने दो हजार डॉलर लेकर तुमको भेजा है। अगर घर जाना चाहते हो तो पैसा वापस करो। इसके बाद शुभम ने स्वजन को इसकी जानकारी दी। एजेंट अशोक सिंह के पुत्र अर्जुन कुमार सिंह से बात की गई तो उसने भी पैसे की मांग की। इसके बाद शुभम के स्वजन ने जैसे-तैसे कर एक लाख रुपये का प्रबंध कर एजेंट को भेजा। एजेंट ने पैसा लेने के बाद कंबोडिया में रहने वाले मुन्ना सिंह को फोन कर शुभम को भारत भेजने के लिए कहा। इस दौरान शुभम का पासपोर्ट चाइनीज लोगों ने रख लिया था। दोबारा एजेंट पर दबाव बनाए जाने के बाद पासपोर्ट वापस मिला। 25 दिसंबर को घर लौटने के बाद शुभम कुमार ने गोपालगंज साइबर थाना में अशोक सिंह, उसके दोनों पुत्र अर्जुन कुमार सिंह व दीपक कुमार सिंह के अलावा मुन्ना सिंह उर्फ आनंद कुमार सिंह व अभिरंजन कुमार पर प्राथमिकी कराई।
शुभम ने आरोप लगाया कि कंबोडिया में मानव तस्करी के साथ ही चीनी माफिया भारत के लोगों से साइबर ठगी करा रहे हैं। पूरे मामले में अब भी साइबर थाने की पुलिस कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। उधर, मामला मानव तस्करी व साइबर ठगी से जुड़े होने के बाद एनआइए की टीम ने दखल दी। फिलहाल, एनआइए की कार्रवाई से जिले के टूर ऑपरेटरों में भी हड़कंप है।