गोपालगंज: जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन ने सिर्फ 2 लोगों के ही जहरीली शराब से मौत की आधिकारिक पुष्टि की। पुलिस अब तक इस मामले में अभी शराब माफिया पर नकेल कसने की तैयारी कर रही थी, तब तक बेखौफ अपराधियों ने कोर्ट कैंपस में फायरिंग कर पुलिस के सामने नई चुनौती पेश कर दी। अपराधियों ने सरेआम कोर्ट कैंपस में जेल से पेशी के लिए आए कुख्यात अपराधी विशाल सिंह के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में कुख्यात अपराधी के कान के पास गोली लगी।
एसपी को चुनौती
इस घटना में दूसरा व्यक्ति भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल कैदी का नाम गुलाम हुसैन है। जिसे गंभीर हालत में गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में फायरिंग करने आए एक अपराधी सुरेश सिंह को गिरफ्तार किया। जिसे अपनी कस्टडी में लेकर पुलिस जैसे ही रात के अंधेरे में छापेमारी करने निकली। इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग के दौरान गिरफ्तार अपराधी मौके का फायदा उठाकर भागने लगा।
गोपालगंज पुलिस परेशान
इस दौरान मौके का फायदा उठाकर गिरफ्तार अपराधी भागने लगा लेकिन वो भी अपराधियों की गोली का शिकार होकर घायल हो गया। ध्यान रहे कि 14 सितंबर, को एसपी अवधेष दीक्षित ने गोपालगंज एसपी के रूप में पदभार संभाला। उनके पुलिस कप्तान बनते ही जिले में ताबड़तोड़ आपराधिक घटनाएं होने लगीं। पहली चुनौती गांजा तस्करों ने दी, जिसमें भ्रष्ट थानेदार ने भांजी मार दी। यादोपुर पुलिस ने ढाई क्विंटल से ज्यादा मात्रा में गांजा पकड़ा। लेकिन थानाध्यक्ष ने महज 70 किलो ही गांजा की बरामदगी दिखाई और दूसरे तस्कर को बाकी गांजा बेच दिया।
भ्रष्ट थानेदार बने समस्या
बाद में इस गांजा को औरंगाबाद पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस मुख्यालय से मामले की जांच हुई। जिसमें एक दो नहीं बल्कि जिले के 4 थानाध्यक्ष शराब कारोबारियों के साथ लिप्त पाए गए। जिसमें एसपी ने तत्काल प्रभाव से यादोपुर, विशंभर पुर , कुचायकोट और विजयीपुर थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया। लेकिन पुलिस की क्रेडिबिलिटी पर बड़े सवाल खड़े हो गए। दूसरी चुनौती गोपालगंज के अलावा सीवान और छपरा जिले में जहरीली शराब कांड के रूप में हुई। दोनों जिले के अलावा गोपालगंज के बैकुंठपुर में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई।
जहरीली शराब से मौत
प्रशासन ने दो लोगों के मौत की पुष्टि की। एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा कि बैकुंठपुर के लालबाबू राय और लालदेव मांझी की जहरीली शराब पीने से मौत हुई। गोपालगंज में जहरीली शराब से मौत की पहली घटना नहीं थी। बल्कि इसके पूर्व भी नगर थाना के खजुरबानी, विजयपुर के मझवलिया, मोहम्मदपुर और बैकुंठपुर में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन पुलिस की लाख छापामारी और करवाई के बाद भी जहरीली शराब पर लगाम नहीं लग सका। और नए पुलिस कप्तान के आते ही जहरीली शराब कांड की यह घटना हो गई।
तीसरी बड़ी चुनौती
नए कप्तान साहब अभी जहरीली शराब कांड की समीक्षा भी नहीं कर पाए थे कि कल शुक्रवार को अचानक कोर्ट कैंपस में भारी सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए पेशी में आए अपराधी विशाल सिंह पर फायरिंग कर दी गई। इस फायरिंग में दो लोगों को गोली लगी। इस मामले में एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया। इस अपराधी के ऊपर भी पुलिस कस्टडी में ही फायरिंग हो गई। अपराधियों के ताबड़तोड़ फायरिंग में इस अपराधी के पैर में गोली लगी। यानी हाल के दिनो में शराब कारोबारियों से लेकर अपराधियों के हौसले बुलंद है। पुलिस का ऐसे लोगों पर नकेल कसने में पसीने छूट रहे है।