झारखंड के लोहरदगा में रविवार को बड़ा हादसा टल गया. दरअसल बॉक्साइट लेकर जा रही रोपवे ट्रॉली शहर के रिहायशी इलाकों गिर गयी. जिसके बाद अफरा तफरी मच गयी. स्थानीय लोगों ने इस घटना के पीछे कंपनी को जिम्मेदार बताया. बता दें कि 15 वर्ष पहले भी इसी तरह की घटना घटी थी. जिसमें एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गयी थी.
झारखंड के लोहरदगा, क्या है मामला
रविवार को हर दिन की तरह हिंडाल्को कंपनी का रोपवे ट्रॉली बॉक्साइट लेकर जा रहा था. इस दौरान अचानक एक दर्जन ट्रॉली लोहरदगा शहरी क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में गिर गया. गनीमत रही कि छुट्टी का दिन होने के कारण लोगों की आवाजाही न के बराबर थी. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने कहा कि रोपवे के मेंटेनेंस का काम अगर हुआ होता तो शायद यह हादसा नहीं होता.
15 साल पहले हुए हादसे से नहीं लिया गया कोई सबक
बता दें कि इस रोपवे की स्थापना इंडाल कंपनी के द्वारा ब्रिटिश काल में हुआ था. बाद में इसे हिंडाल्को ने खरीद लिया. इसके बाद से हिंडाल्को ही रोपवे का परिचालन करा रही है. उस वक्त छोटी ट्रॉली से बॉक्साइट ढुलाई होती थी और इसकी ऊंचाई भी बेहद कम थी. लेकिन विगत कुछ सालों से हिंडालको कंपनी ने अपने लालच से ट्रॉली की साइज बड़ी कर दी और सुरक्षा का नाम पर वही पुराना ढर्रा अपना रही है. झारखंड के लोहरदगा स्थानीय लोगों ने बताया कि कंपनी ने 15 साल पहले हुए हादसे से कोई सबक नहीं लिया और वहीं पुरानी प्रक्रिया बरकारार है.