प्रशांत विहार इलाके में रविवार को सीआरपीएफ दिल्ली स्कूल के पास हुए ब्लास्ट में कई एंगल से तफ्तीश हो रही है। सोमवार को सीआरपीएफ की टीम ने जांच की, दूसरी एजेंसी ने मौका मुआयना किया। जांच स्पेशल सेल या फिर केंद्रीय जांच एंजेसी को भी ट्रांसफर हो सकती है। अभी तक जो सामने आया, उसमें शक है कहीं ये किसी पाकिस्तानी आंतकी लिंक से लेकर लोकल ग्रुप का काम तो नहीं। वहीं ये बात भी सामने आ रही है कि ब्लास्ट करने वाला कोई केमिकल मेन है, जिसे केमिकल की अच्छी जानकारी थी।
दिल्ली स्कूल ब्लास्ट के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर ‘Justice league india’ के नाम से एक पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें खालिस्तानी अलगाववादी संगठन के नाम पर ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली गई। दिल्ली पुलिस ने Telegram को लेटर लिखकर इस बारे में जानकारी मांगी है, क्योंकि इस चैनल पर धमाके का CCTV डालकर जिम्मेदारी ली गई थी।
दावा किया गया कि यह विस्फोट भारतीय एजेंटों के कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक को निशाना बनाए जाने के जवाब में किया गया। वहीं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस संदिग्धों की तलाश कर रही है। PCR कॉल करने वाले शख्स से दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की। कॉलर ने बताया कि वो घर में सो रहा था, जब जोरदार धमाके की आवाज उसने सुनी।
दिल्ली स्कूल ब्लास्ट: कौन है यह केमिकल मैन
FSL सूत्रों के मुताबिक दिल्ली स्कूल ब्लास्ट साइट से जो सफेद पाउडर बरामद हुआ था, उस पाउडर में तीन केमिकल हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, बोरेट और अमोनिया नाइट्रेट मौजूद थे। यह तीनों केमिकल बम बनाने के लिए मिक्स किए गए थे। इनका इस्तेमाल माइनिंग में भी होता है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है, जिसने भी ब्लास्ट का मटीरियल इकठ्ठा किया। उसे तमाम केमिकल की अच्छी नॉलेज रही होगी। यह केमिकल भी आसानी से हासिल किए जा सकते हैं, क्योंकि इंडस्ट्रीज वर्क्स में भी इनका इस्तेमाल होता है।