दुर्गापुर के सिटी सेंटर में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया है । आसनसोल साइबर थाना की पुलिस और दुर्गापुर सिटी सेंटर पुलिस ने यहां से 13 लोगों को गिरफ्तार किया है आसनसोल में डीसी हेडक्वार्टर अरविंद आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस गिरोह के सदस्य एंटीवायरस के नाम पर लोगों से ठगी करते थे पुलिस ने वहां से बड़ी संख्या में लैपटॉप एवं अन्य उपकरण जब्त किए हैं 13 में से 6 लोगों को रिमांड पर लिया गया है पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दुर्गापुर में किराए के मकान को लेकर यह कॉल सेंटर चल रहा था पुलिस को सूचना मिलने के बाद जाल बिछाकर छापेमारी की गई। पुलिस नेवहां से (1) एसके सोहैब अली।
(2) आनन अफजल, (3) अयान अली, (4) आनंद शॉ, (5) मोहम्मद कैफ, (6) एसके साद, (7) अंकित शॉ, (8) राहुल बाहेती, (9) नफीस इस्लाम, ( 10) अब्दुल हसन, (11) मोहम्मद अज़हरुद्दीन, (12) यासिर अयूब (13) गौरव बिस्वाल को गिरफ्तार किया।
आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसी हैडक्वाटर अरविंद आनंद ने गिरोह मुख्यतः अमेरिका के नागरिकों को अपने चपेट में ले रहा था उनसे संपर्क किया जाता था और उनसे कहा जाता था कि उनके लैपटॉप में एंटीवायरस की मियाद खत्म हो चुकी है और वह एंटीवायरस कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर उनसे संपर्क करके उनको कहते थे कि वह उनके लैपटॉप पर एंटीवायरस डाल सकते हैं जब ग्राहक उनको पैसे भेज देता था
दुर्गापुर के सिटी सेंटर में फर्जीवाड़ा
लोग इंटरनेट से फ्री एंटीवायरस डाउनलोड करके उन ग्राहकों को भेज दिया करते थे यह एक तरह का फर्जीवाड़ा है जो 13 लोगों का गृह किया करता था जब इसकी जानकारी साइबर डिपार्टमेंट को मिली तो उन्होंने यह अभियान चलाया और दुर्गापुर के सिटी सेंटर में एक किराए के मकान से 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया उनके पास से 12 लैपटॉप 13 मोबाइल और 5 हेडफोन जब तक किया गया है गिरफ्तार किए गए 13 व्यक्ति कोलकाता के रहने वाले हैं उनको आज अदालत में पेश किया गया जिनमें से जो व्यक्तियों के पुलिस रिमांड मंजूर की गई है
डीसी हेड क्वार्टर अरविंद आनंद ने बताया के इन सभी 6 व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी और यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इस फर्जीवाड़ा में सिर्फ यही 13 लोग शामिल हैं या इनका कोई मास्टरमाइंड भी है जो इन्हें संचालित कर रहा था उन्होंने कहा कि इसके बाद इन लोगों के पास से जो भी लैपटॉप मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं
उनकी भी जांच की जाएगी और यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया है और कितने रकम पर इन्होंने हाथ साफ किया है उन्होंने कहा कि अभी जांच बेहद प्राथमिक स्तर पर है लेकिन उनका पूरा भरोसा है कि आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर डिपार्मेंट इस फर्जीवाड़े के तह तक जरूर पहुंचेगा