बरेली के कोतवाली थाना इलाके के बिहारीपुर मोहल्ले में 17 साल पहले पाकिस्तान से बहू बनकर आई इरम मंगलवार को शहर छोड़कर पाकिस्तान जाने के लिए निकल गई। पति से विवाद के बाद ससुराल के ही एक कमरे में रह रही इरम कानूनी मजबूरी की वजह से अपने दोनों बच्चों को भी ससुराल में छोड़ गई।
मंगलवार को इरम परिवार के कुछ लोगों के साथ एलआईयू कार्यालय पहुंची। वहां उसने अपनी देश छोड़ने संबंधी औपचारिकता पूरी की। खुफिया इकाई की इंस्पेक्टर ने उसके रिकॉर्ड की जानकारी ली। करीब 17 साल से बरेली ससुराल में रह रही इरम के पास लॉन्ग वीजा था
सरकार के नए फरमान के हिसाब से वह चाहती तो भी कुछ और समय यहां रह सकती थी पर वह काफी समय से अपने वतन वापसी की तैयारी कर रही थी। इरम का बेटा शाहे नूर 15 साल का और बेटी आयजा सात साल की है। अब ये दोनों अपने पिता के साथ ही रहेंगे।
क्योंकि उनके पास पाकिस्तान जाने के लिए वैध आधार नहीं था। दोपहर बाद इरम यहां से दिल्ली के लिए गई। एलआईयू सूत्रों के मुताबिक वह फ्लाइट मिलते ही आज या कल में पाकिस्तान चली जाएगी।
भारत छोड़ने का सितंबर में कर लिया फैसला
इरम के मुताबिक ससुरालवालों के रवैये को देखकर उसने सितंबर 2024 में ही भारत छोड़ने का फैसला कर लिया। चूंकि वह मुकदमा चलने के दौरान देश नहीं छोड़ सकती थी तो उसने पुलिस को मुकदमा वापस लेने का पत्र दिया।
कोतवाली पुलिस ने 13 सितंबर 2024 को फाइनल रिपोर्ट लगा दी। यह एफआर कोर्ट में पहुंच गई। वहां से इरम को भी नोटिस आया। उसने जवाब न दिया तो दस दिन पहले केस पूरी तरह खत्म हो गया। इसी दौरान पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का फरमान आ गया।
भारत में ब्याही थीं बुआ तो कराया निकाह पाकिस्तान,
लाहौर की निस्तार कॉलोनी में पैदा हुई इरम के पिता मजाहिल हुसैन लाहौर के मशहूर डॉक्टर हैं। मजाहिल हुसैन की बहन का निकाह बरेली में हुआ था। इस लिहाज से बुआ ने ही भतीजी इरम के लिए बिहारीपुर निवासी अथर से रिश्ते की बात चलाई। आठ अप्रैल 2008 को इरम का निकाह मोहम्मद अथर से किया गया। इरम की शादी के करीब 15 साल तक सब ठीक चला।
इरम के मुताबिक 11 जून 2024 को शौहर ने उसे रातभर पीटा और तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया। चूंकि भारत में तब तीन तलाक पर नया कानून आ गया था तो इरम ने 18 जून 2024 को कोतवाली में पति मोहम्मद अथर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस के प्रयास से उसी मकान में इरम को एक कमरा मिल गया।