बिहार के गोपालगंज, सारण और सिवान में जहरीली शराब पीने से आधिकारिक तौर पर अब तक 24 लोगों की मौत हो गई है। वहीं गोपालगंज के बैकुंठपुर में भी जहरीली शराब कांड की धमक दिखाई पड़ रही है। हालांकि, अभी तक किसी की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पिता और पुत्र तथाकथित शराब पीने से गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। जिन्हें गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें पटना के लिए रेफर कर दिया है।
बिहार में जहरीली शराबकांड का जिंदा सबूत
जबकि, सीवान के बसंतपुर के एक पीड़ित को भर्ती कराया गया है। उसने दावा किया है कि बसंतपुर में घरवालों से चोरी-चुपके शराब पी थी।दो दिन पहले शराब पीने वाले इस पीड़ित को गुरुवार को गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें पीड़ित ने मीडिया से अपनी शराब पीने की आप बीती सुनाई हैं।पीड़ित का नाम पवन राम है। वो सीवान के बसंतपुर का रहने वाला है। पवन राम ने बताया कि वो अपने दोस्त अजय साह के साथ सीवान के बसंतपुर में ही शराब पीने गया था।
पीड़ित पवन राम के मुताबिक उसने दो दिन पहले अपने दोस्त के साथ शराब पी थी। लेकिन बुधवार से उसके आंखों की रोशनी अचानक चली गई। उसे अब कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। वो बुधवार को अपने ससुराल गोपालगंज के सिधवलिया में आ गया। शाम से ही उसके पूरे शरीर में दर्द होने लगा। बाद में धीरे धीरे उसके आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा और अब बिल्कुल दिखाई नहीं दे रहा है।
बिहार में पवन ने बताया जहरीली शराबकांड का सच
पवन राम ने बताया कि ससुराल के लोगों ने उसे गुरुवार सुबह बिहार गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराए। पवन राम ने बताया कि उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है और उसके पूरे शरीर में असहनीय दर्द हो रहा है। उसने जो तथाकथित जहरीली शराब पी थी। उसी शराब पीने के बाद ही ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। पवन राम के मुताबिक उसका दोस्त अजय साह भी सीवान के बसंतपुर का ही रहने वाला है। उन दोनों दोस्तों ने साथ में ही शराब पी थी।
गोपालगंज के बैकुंठपुर के बंदोली गांव के पिता लालदेव मांझी और उसके बेटे प्रदीप कुमार ने भी शराब पी थी। जिसके बाद उनकी हालत खराब होने लगी। दोनों बाप-बेटे को बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें गोपालगंज सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। हालांकि, सदर अस्पताल के बाद उन्हें पटना के लिए रेफर कर दिया गया है। दोनों बाप-बेटे को भी आंख से दिखाई नहीं दे रहा था और उन्हें उल्टियां हो रही थी।
हालांकि,बिहार गोपालगंज में किसी के जहरीली शराब से पीने से मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वैसे, जहरीली शराबकांड से सीवान, छपरा और गोपालगंज में कई लोग बीमार हैं। जबकि, अब तक 24 लोगों के शराब पीने से मौत की पुष्टि हो पाई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि 16 गांवों में 30 से ज्यादा की मौत हुई है।