भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक डीजी राकेश पाल का दिल का दौरा पड़ने से चेन्नै के एक अस्पताल में निधन हो गया। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी। चेन्नै के सूत्रों ने बताया कि पाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारतीय तटरक्षक बल के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने बेचैनी की शिकायत की। इसके बाद उन्हें दिन में सरकारी राजीव गांधी जनरल अस्पताल (आरजीजीएच) में भर्ती कराया गया। सूत्रों ने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
डीजी राकेश पाल शव दिल्ली लाने की तैयारी
नई दिल्ली में एक अधिकारी ने बताया कि तटरक्षक डीजी राकेश पाल महानिदेशक का चेन्नै में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने कहा कि राकेश पाल के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाने की व्यवस्था की जा रही है। पाल के निधन की खबर सुनते ही राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अस्पताल पहुंचे और उन्होंने श्रद्धांजलि दी। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे की तैयारी के लिए आईएनएस अडयार (INS Adyar) में अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान उन्हें सीने में दर्द हुआ। इसके बाद उन्हें तुरंत राजीव गांधी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन शाम को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पिछले साल जुलाई में संभाला था पद
राकेश पाल ने पिछले वर्ष 19 जुलाई को भारतीय तटरक्षक बल के 25वें डीजी राकेश पाल महानिदेशक का कार्यभार संभाला था। भारतीय नौसेना अकादमी के पूर्व छात्र, पाल जनवरी 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। अपने 35 साल से ज़्यादा के करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। इनमें कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन (नॉर्थ वेस्ट), गांधीनगर, डिप्टी डायरेक्टर जनरल (नीति और योजना), और एडिशनल डायरेक्टर जनरल कोस्ट गार्ड, नई दिल्ली शामिल हैं।
इन पदों पर भी रहे राकेश पाल
उन्हें समुद्र का व्यापक अनुभव था औरडीजी राकेश पाल उन्होंने ICGS समर्थ, ICGS विजित, ICGS सुचेता कृपलानी, ICGS अहिल्याबाई, और ICGS C-03 जैसे सभी वर्गों के ICG जहाजों की कमान संभाली थी। उन्होंने गुजरात में ओखा और वाडिनार में दो अग्रिम क्षेत्र के तटरक्षक ठिकानों की कमान भी संभाली थी। उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें 2013 में तटरक्षक पदक और 2018 में राष्ट्रपति तटरक्षक पदक से सम्मानित किया गया था। उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली लाने की व्यवस्था की जा रही है।