सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन के लगातार दूसरे शतक के बाद स्पिनर्स की कातिलाना गेंदबाजी के बूते भारत ने साउथ अफ्रीका को पहले टी-20 इंटरनेशनल में 61 रन से हरा दिया। चार मैच की श्रृंखला का दूसरा मैच गकेबरहा में 10 नवंबर को खेला जाएगा। टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर 202 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम 17.5 ओवर में सिर्फ 141 रन पर ही सिमट गई। भारत की टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की यह लगातार 11वीं जीत है।
संजू सैमसन के लिए ऐतिहासिक दिन
भारत के लिए संजू सैमसन ने 50 गेंद में 107 रन बनाए जबकि वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने चार ओवर में क्रमश: 25 और 28 रन देते हुए तीन-तीन विकेट लिए। इससे पहले संजू सैमसन लगातार दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले भारत के पहले और दुनिया के सिर्फ चौथे बल्लेबाज बनने का कीर्तिमान स्थापित किया। अपनी पारी में सात चौके और 10 छक्के मारे। उन्होंने सूर्यकुमार यादव (21) के साथ दूसरे विकेट के लिए 66 और तिलक वर्मा (33) के साथ तीसरे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी की।
हारकर भी दिल जीत गए गेराल्ड कोएट्जी
दक्षिण अफ्रीका की ओर से गेराल्ड कोएट्जी बैट और बॉल दोनों से प्रभावी रहे। गेंदबाजी में उन्होंने 37 रन देकर सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाए जबकि नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 11 गेंद में 23 रन कूटे, जिसमें तीन गगनचुंबी छक्के शामिल थे। अगर कोएट्जी का बल्ला नहीं चलता तो साउथ अफ्रीका की हार का अंतर और बड़ा हो सकता था।
12वें ओवर में चक्रवर्ती ने पलटाया मैच
साउथ अफ्रीका की पारी का 12वां ओवर भारतीय टीम की ओर से मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती डाल रहे थे। यह मैच पलटने वाला ओवर रहा। ओवर शुरू होने से पहले साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 54 गेंद में 124 रन चाहिए थे। दूसरी ही बॉल पर क्लासेन ने गगनचुंबी छक्का जड़ा, लेकिन इसके बाद खेल बदल गया। हेनरिक क्लासेन (22 गेंद में 25 रन) को तीसरी बॉल और डेविड मिलर (22 गेंद में 18 रन) को पांचवीं बॉल पर आउट कर दिया। अगर यह दोनों बल्लेबाज टिके रहते तो अफ्रीका मैच जीत सकता था।