महाराष्ट्र की राजनीति में एकनाथ शिंदे का नाम एक ऐसे नेता के रूप में उभरा है, जिन्होंने अपने अदम्य संकल्प और जनसंपर्क क्षमता के बल पर राज्य की सत्ता की दिशा बदल दी। 2022 में शिवसेना में विद्रोह कर मुख्यमंत्री बनने वाले शिंदे ने “राष्ट्रवादी शिवसेना” के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन कर एक नए राजनीतिक युग की शुरुआत की। एक ऑटो-रिक्शा चालक से लेकर राज्य के सर्वोच्च पद तक पहुँचने की उनकी कहानी संघर्ष, साहस और राजनीतिक कुशलता की मिसाल है। यह जीवनी उनके जीवन, उपलब्धियों और विवादों को समग्रता में समझने का प्रयास करती है।

एकनाथ शिंदे: प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को महाराष्ट्र के सातारा जिले के एक छोटे से गाँव परांडी में हुआ। उनके पिता, शंकरराव शिंदे, एक किसान थे, जबकि माता, लक्ष्मीबाई शिंदे, गृहिणी थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य थी, और एकनाथ ने बचपन से ही कड़ी मेहनत की अहमियत समझी।
शिक्षा और युवावस्था
- प्राथमिक शिक्षा: परांडी के स्थानीय स्कूल से।
- उच्च शिक्षा: वाशी के बी.एन. बंडोदकर कॉलेज से स्नातक की डिग्री।
- छात्र जीवन: कॉलेज के दिनों में ही उनकी रुचि सामाजिक कार्यों में हो गई। आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने ऑटो-रिक्शा चलाकर पढ़ाई का खर्च निकाला।
इस दौरान वह शिवसेना के छात्र विंग से जुड़े और बालासाहेब ठाकरे के विचारों से प्रभावित हुए।
राजनीतिक शुरुआत: शिवसेना में प्रवेश
1980 के दशक में, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। उनकी मेहनत और संगठनात्मक क्षमता ने जल्द ही पार्टी नेतृत्व का ध्यान खींचा।
स्थानीय निकाय चुनाव में पदार्पण
1997 में, वह थाने नगरपालिका के लिए पहली बार निर्वाचित हुए और कॉर्पोरेटर बने। इसके बाद, 2001 और 2005 में भी उन्होंने इस पद पर जीत दर्ज की।
विधानसभा में प्रवेश और मंत्री पद
2004 में, एकनाथ शिंदे ने कोपरी-पाचपाखाड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बने। 2009 और 2014 में भी उन्होंने इस सीट पर जीत का सिलसिला जारी रखा।
मंत्री के रूप में योगदान
- 2003–2004: नगर विकास मंत्री के रूप में थाने के विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
- 2014–2019: जलसंपदा और लोक निर्माण मंत्री बने। इस दौरान उन्होंने कोंकण क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाओं को बढ़ावा दिया।
- 2019–2022: शहरी विकास मंत्री के रूप में मुंबई और थाने के बुनियादी ढाँचे में सुधार किया।
2022 का राजनीतिक भूचाल: शिवसेना विद्रोह
2022 में, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना नेतृत्व से मतभेदों के चलते पार्टी में विद्रोह कर दिया। उनके नेतृत्व में 40 से अधिक विधायकों ने उद्धव ठाकरे की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद, BJP के साथ गठबंधन कर 30 जून 2022 को वह महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री बने।
मुख्यमंत्री के रूप में प्रमुख नीतियाँ और उपलब्धियाँ
1. आर्थिक विकास और बुनियादी ढाँचा
- मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे: निर्माण कार्य को गति देने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि आवंटित।
- थाने शहर का पुनर्विकास: 10,000 करोड़ रुपये की परियोजना से स्लम क्षेत्रों को आधुनिक बनाना।
- किसान कल्याण: 2 लाख से अधिक किसानों को ऋण माफी और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार।
2. स्वास्थ्य और शिक्षा
- महाराष्ट्र स्वास्थ्य योजना: 50 लाख गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज।
- डिजिटल कक्षाएँ: 10,000 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना।
3. महिला सशक्तिकरण
- महिला सुरक्षा अभियान: राज्य भर में 500 नए महिला थाने और हेल्पलाइन।
- सखी वन स्टॉप सेंटर: हिंसा पीड़ित महिलाओं के लिए 30 नए केंद्र।
4. कोविड-19 प्रबंधन
- मुफ्त वैक्सीन अभियान: 12 करोड़ लोगों को टीकाकरण।
- प्रवासी मजदूर राहत: 1 लाख से अधिक मजदूरों को ट्रेनों के माध्यम से घर पहुँचाना।
विवाद और आलोचनाएँ
- शिवसेना विद्रोह:
- उद्धव ठाकरे समर्थकों ने उन पर “दलबदल” और “सत्ता के लिए नैतिकता त्यागने” का आरोप लगाया।
- सुप्रीम कोर्ट में चुनौती: शिंदे गुट को शिवसेना का असली दावेदार मानने से इनकार।
- भ्रष्टाचार के आरोप:
- खोलाछाप निर्माण मामला: थाने में अवैध निर्माण को लेकर विपक्षी आरोप।
- जमीन घोटाला: सहयोगियों को सार्वजनिक जमीन आवंटित करने का आरोप।
- सांप्रदायिक तनाव:
- मुरादपट्टी दंगे (2023): हिंसा के दौरान प्रशासनिक निष्क्रियता पर सवाल।
व्यक्तिगत जीवन और विशेषताएँ
- सादगी की मिसाल: शिंदे साधारण सफेद कुर्ता-पायजामा और चप्पल पहनते हैं। उन्हें “जनता के नेता” के रूप में जाना जाता है।
- परिवार: पत्नी लताबाई शिंदे और तीन बच्चे—श्रीकांत, संकेत और दिप्ती।
- रुचियाँ: क्रिकेट और शास्त्रीय संगीत के प्रशंसक।

राजनीतिक विचारधारा और प्रभाव
एकनाथ शिंदे की राजनीति राष्ट्रवाद, सामाजिक समरसता और विकास पर केंद्रित है। वह शिवसेना के मूल एजेंडे “हिंदुत्व” को आगे बढ़ाने के साथ-साथ महाराष्ट्र के हितों को प्राथमिकता देते हैं। उनका लक्ष्य राज्य को “भारत का आर्थिक हब” बनाना है।
राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका – एकनाथ शिंदे
- एनडीए गठबंधन का स्तंभ: BJP के साथ मजबूत तालमेल से केंद्र सरकार के नीतियों को लागू करना।
- राज्यपाल-सरकार संबंध: संवैधानिक पदों के साथ सहयोगात्मक रुख अपनाना।
पुरस्कार और सम्मान
- सर्वश्रेष्ठ नगर विकास मंत्री (2004): महाराष्ट्र सरकार द्वारा सम्मान।
- किसान मित्र पुरस्कार (2023): कृषि सुधारों के लिए।
एकनाथ शिंदे: एक नए युग का नेतृत्व
एकनाथ शिंदे का राजनीतिक सफर महाराष्ट्र की जटिल राजनीति और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों की कहानी है। उन्होंने अपने जुझारूपन से सत्ता के शीर्ष पर पहुँचकर साबित किया कि साधारण पृष्ठभूमि से आकर भी बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं। हालाँकि, उनका नेतृत्व विवादों से घिरा रहा, लेकिन विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता के बीच प्रासंगिक बनाए रखा है। 2024 के विधानसभा चुनाव उनकी विरासत को नई दिशा दे सकते हैं।