ठाकुरद्वारा में शुक्रवार को देर रात लोगों ने मां की गोद से बच्चे को छीनने का प्रयास करते एक महिला को पकड़ लिया। बाद में परिजनों ने मोहल्ले वालों की मदद से आरोपी महिला को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी महिला को मानसिक रूप से कमजोर मानकर उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
नगर के मोहल्ला बहेड़ा वाला निवासी राशिद की पत्नी साइन रात करीब आठ बजे घर पर अपने पांच वर्ष के बच्चे को गोद में लेकर बैठी थीं। तभी एक महिला घर के अंदर घुस आई और उसके बच्चे को उसकी गोद से छीनकर ले जाने लगी। शोर सुनकर परिवार के लोग आ गए।
उन्होंने आरोपी महिला को पकड़ लिया। मोहल्ले के लोग भी जमा हो गए। महिला को लोगों ने बच्चा चुराने वाले गैंग का सदस्य मानकर पिटाई भी की। महिला को पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चे की मां ने कोतवाली पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने जांच की तो पता चला कि आरोपी महिला थाना डिलारी के गांव गकखरपुर की निवासी है। कुछ देर बाद आरोपी महिला के परिजन भी आ गए। महिला के भाई शमीम अहमद ने पुलिस को बताया कि आरोपी उसकी बहन रशीदा है।
वह मानसिक रूप से बीमार है। उसे वे घर पर बांधकर रखते हैं। शुक्रवार को सुबह वह किसी तरह भाग निकली। तब से वे उसकी तलाश कर रहे थे। शमीम अहमद ने बताया कि उसका मुरादाबाद के एक मानसिक रोग विशेषज्ञ के यहां इलाज चल रहा है।
कस्बा इंचार्ज विपिन कुमार ने बताया कि कि अब बच्चों की मां साइन ने लिखकर दे दिया है कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती हैं। इसलिए वे आरोपी महिला को उसके भाई के हवाले कर रहे हैं।