मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के ऐलान से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति सरकार ने मुंबईवासियों को बड़ी गुड न्यूज देते मास्टरस्ट्रोक चल दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में प्रवेश करने वाले सभी पांच टोल बूथों पर हल्के मोटर वाहनों के लिए आधी रात से पूर्ण टोल माफ़ी की घोषणा की है, क्योंकि इन सड़कों और फ्लाईओवरों के निर्माण की लागत वसूल हो गई है। मुख्यमंत्री का फैसलाइससे कुछ पैसे और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोगों को कतारों में लगने वाला समय भी बचेगा। यह फैसला 14 अक्तूबर की रात 12 बजे से प्रभाव में आ जाएगा।
मुख्यमंत्री का फैसलाअब कोई टोल नहीं लगेगा
मुख्यमंत्री का फैसला के अनुसार इस फैसले के बाद से छोटे वाहन चालक अब मुंबई के इन पांच प्रवेश द्वारों पर कोई टोल नहीं देंगे, जिसमें दहिसर, मुलुंड (एलबीएस मार्ग), मुलुंड (ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे), वाशी में सायन-पनवेल हाईवे और ऐरोली क्रीक ब्रिज का नाम शामिल किया गया है।
यह फैसला विधानसभा चुनावों में महायुति के पक्ष में मतदाताओं को लुभाने के लिए किए जा रहे लोकलुभावन वादों की एक श्रृंखला का हिस्सा है। टोल मुक्त करने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनाए थे। इन पुलों की लागत वसूलने के लिए, मुंबई के प्रवेश द्वारों पर टोल बूथ बनाए गए थे।
2002 में शुरू हुए थे टोल बूथ
1999 में टोल बूथों के निर्माण के लिए निविदा जारी की गई थी। इसके बाद 2002 में सभी पांच टोल बूथ चालू हो गए थे। इसके बाद से मुंबई में टोल बूथों पर प्रवेश बिंदुओं पर टोल वसूली शुरू हुई। मनसे सहित कई संगठन और कार्यकर्ता लंबे समय से मुंबई में टोल मुक्त करने की मांग कर रहे थे। हाल ही में, यूबीटी सेना और राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी इस मांग को दोहराया था।
राज्य सरकार के इस फैसले से ठाणे कल्याण की तरफ से मुंबई में प्रवेश करने वाले लाखों लोगों के लिए यह निर्णय बड़ी राहत लेकर आया है। इससे मुंबई मेट्रोपाॅलिटन रीजन (MMR) में रहने वाले लोगों के न सिर्फ रुपये बचेंगे बल्कि उनका समय भी बचेगा। चुनावों के इस फैसले का लाभ महायुति सरकार के घटक दलों में मिल सकता है।