रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में उत्तर कोरिया ने अपने एलीट सैनिकों को तैनात किया है। इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि उसने उत्तर कोरिया के 40 सैनिकों को मार दिया है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब कुछ दिनों पहले ही उत्तर कोरिया ने रूस की मदद के लिए अपने सैनिकों को तैनात किया था। उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन और पुतिन के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। रूस के कुर्स्क क्षेत्र के एक बड़े हिस्से पर इस समय यूक्रेन का कब्जा है। इस कारण लगातार रूस के सैनिकों की मौत हो रही है। इसी लिए किम जोंग ने अपने सैनिक भेजे थे।
हालांकि कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिकों के साथ पहली मुठभेड़ के दौरान 40 उत्तर कोरियाई सैनिक पहले ही मारे जा चुके हैं। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर रूप से घायल बचे एक उत्तर कोरियाई सैनिक ने कहा कि रूसियों ने हमें हमला करने के लिए दौड़ाया, लेकिन यूक्रेनियों ने हम पर आर्टिलरी और ड्रोन से हमला किया। यूक्रेन के हमले पर उसने कहा, ‘हम 40 थे, लेकिन सब मारे गए।’ उसने कहा, ‘मैं अब यहां बिल्कुल अकेला हूं, मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा है।’
उत्तर कोरिया का सैनिक हुआ घायल
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के इस सैनिक ने यूक्रेन के एक अस्थायी अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए इससे जुड़ी जानकारी दी। उसने भयानक हमले का खुलासा करते हुए कहा कि उसके भाई किम और मिन्हो मारे गए और वह बिना सिर वाले शवों के नीचे छिपकर बच गया। उसका दावा है कि उन्हें बताया गया था कि वे बुनियादी ढांचे की रक्षा करेंगे। लेकिन उत्तर कोरियाई लोगों के साथ विश्वासघात किया गया और उन्हें कुर्स्क क्षेत्र में हमले के लिए भेजा गया।
किम जोंग उन का क्या है आदेश?
सैनिक ने आगे बताया, ‘रूसियों ने हमें कुछ नहीं दिया। उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना के, बिना गोला-बारूद के और बिना सामान्य हथियारों के हमें जंग में उतार दिया।’ उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चोए सोन हुई ने शुक्रवार को क्रेमलिन में रूस के शीर्ष राजनयिक सर्गेई लावरोक से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, ‘किम जोंग उन ने हमें आदेश दिया है कि हमें रूसी सेना को उनके पवित्र युद्ध में हमेशा और शक्तिशाली रूप से समर्थन और सहायता देनी चाहिए।’