दिल्ली में मध्य जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक रेस्टोरेंट में अवैध रूप से शराब परोसने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 93 बीयर, 272 क्वार्टर महंगी ब्रांडेड शराब और 27 शैंपेन की बोतलें बरामद की गई हैं।मध्य जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, छह सितंबर को स्पेशल स्टाफ की टीम को बिना लाइसेंस के अवैध बार चलाए जाने के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। टीम पूसा रोड स्थित इल्यूम बार एंड रेस्टोरेंट पहुंची और सादी वर्दी में लगभग 30-35 मिनट तक कड़ी नजर रखी, जिसमें कुछ संदिग्ध शराब का सेवन करते मिले। टीम ने छापा मारते हुए दो व्यक्तियों को पकड़ लिया।
रेस्टोरेंट में अवैध तरीके से परोस रहे थे शराब
पूछताछ में उनकी पहचान शादीपुर के नरेंद्र राणा और दिलशाद कॉलोनी के गणेश सिंह के रूप में हुई जो वहां मैनेजर था। दोनों ही आबकारी विभाग का कोई लाइसेंस नहीं दिखा सके और अवैध तरीके से अपने रेस्टोरेंट में शराब परोस रहे थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
शराब की कुल 1,700 क्वार्टर बोतलें बरामद
उधर, उत्तरी जिले की बुराड़ी थाना पुलिस की टीम ने अवैध शराब के भंडार के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपित फोर्ड फिगो कार में लादकर अवैध शराब की सप्लाई कर रहा था, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। आरोपित के कब्जे से अवैध शराब की कुल 1,700 क्वार्टर बोतलें बरामद की गई हैं।
आरोपित की पहचान मोनू के रूप में हुई है, जिस पर जहांगीरपुरी और अलीपुर पुलिस थानों में आबकारी अधिनियम के तीन मामले दर्ज हैं।
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने बताया कि रविवार को हेड कांस्टेबल विनय और कुश वेदवानी की टीम को तिमारपुर इलाके में मोटरसाइकिल से गश्त के दौरान हिरनकी गांव की तरफ से तेज गति से आती हुई एक सिल्वर रंग की फोर्ड फिगो कार देखी, जिसे उन्होंने रुकने का इशारा किया तो कार चालक ने स्पीड बढ़ाते हुए भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा कर उसे पकड़ लिया।
वहीं, वाहन की जांच करने पर इसमें 34 पेटी अवैध शराब कुल 1,700 क्वार्टर बोतलें (मसालेदार देसी शराब संतरा रंगीला केवल हरियाणा में बिक्री के लिए) भरी हुई पाई गई, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह सोनू नामक व्यक्ति के कहने पर हरियाणा के कुंडली बार्डर अवैध शराब का भंडार लाया था।
उसे अवैध शराब के भंडार को राकेश नामक अन्य व्यक्ति को सौंपना था, जो उसे शाम छह बजे आजादपुर मेट्रो स्टेशन पर मिलता। गिरफ्तार आरोपित की निशानदेही पर मुख्य आपूर्तिकर्ता सोनू और रिसीवर राकेश के संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी की गई, लेकिन वे दोनों फरार पाए गए।