गोपालगंज के हथुआ स्थित सबेया एयरपोर्ट को विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही इस सबेया एयरपोर्ट के अतिक्रमण की गई जमीन को भी खाली कराया जा रहा है। गोपालगंज में जैसे ही उड़ान योजना के तहत हथुआ के सबेया एयरपोर्ट को दोबारा चालू करने की कवायद शुरू की गई।
इससे गोपालगंज के आस-पास के गांव में खुशी की लहर है। स्थानीय लोग प्रतिदिन इस पुराने और खाली पड़े एयरस्ट्रिप को देखने आते हैं। यहां वे गाड़ी चलाना सीखते है। और वे इस एयरपोर्ट का आखरी बार दीदार कर अपनी पुरानी यादों को समेटना चाहते हैं।
बता दे कि हथुआ अनुमंडल और उसके आसपास के दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग प्रतिदिन इस पुराने एयरपोर्ट पर गाड़ियां चलाने के लिए सीखने आते हैं। इसके साथ ही जब उन्हें जानकारी मिली कि सबेया एयरपोर्ट को दोबारा चालू किया जाएगा। तब उनकी उत्सुकता इस पुराने एयरपोर्ट को तुम्हें देखने की और बढ़ गई है।
600 एकड़ में हथुआ का सबेया एयरपोर्ट की जमीन
जानकारी के मुताबिक करीब पौने 600 एकड़ में हथुआ का सबेया एयरपोर्ट की जमीन है। इस एयरपोर्ट की आधी से ज्यादा जमीन को स्थानीय लोगो के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। गोपालगंज के स्थानीय सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन की पहल पर इस एयरपोर्ट को उड़ान योजना में शामिल किया गया है।
अब इस एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए उड्डयन मंत्रालय ने भी मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय के अनुरोध पर बिहार सरकार के द्वारा एयरपोर्ट की इस जमीन से अतिक्रमण हटाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। अब गोपालगंज के लोगों को उम्मीद है कि 1 साल में इस एयरपोर्ट को दोबारा चालू करने के लायक बना दिया जाएगा। जिससे गोपालगंज और आसपास के लोगो को दूसरे शहरों के साथ विदेश में जाने के लिए भी सहूलियत होगी।