बलिया जनपद निवासी एक महिला ने सपा नेता व अधिवक्ता वीरेंद्र बहादुर पाल पर शहर कोतवाली में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। मामला दर्ज कर पुलिस प्रकरण की जांच-पड़ताल में जुट गई है।
महिला का आरोप है कि शहर के सरायलखंसी थाना के चकमेंहदी मोहल्ला निवासी सिविल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र बहादुर पाल के साथ ही वह मुंशी का काम करती है। कुछ दिन पूर्व ड्यूटी से कमरे पर जाते समय उन्होंने जबरन अपने चार पहिया वाहन में उसे बैठा लिया। इस दौरान शीतल पेय में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद लखनऊ अपने घर पर ले गए और वहां भी दुष्कर्म करने के बाद वीडियो बना लिया। इसके बाद से लगातार शादी करने का हवाला देकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देते रहे।
दुष्कर्म : मारपीट का भी आरोप
महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी अधिवक्ता ने चार लाख रुपये नकद भी ले लिए हैं। उसके वाहन को भी अपने पास रख लिए हैं। छह सितंबर को अपनी गाड़ी मांगने उनके चैंबर में गई तो आरोपी अधिवक्ता ने उसके साथ मारपीट भी किया।
महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी अधिवक्ता के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस पूरे प्रकरण की जांच-पड़ताल में लगी है। आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी।
-अंजनी कुमार पांडेय, सीओ सिटी, मऊ।
उधर, सपा जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव ने कहा कि वीरेंद्र बहादुर पाल से सपा का कोई लेना-देना नहीं है। यह कभी भी सपा में नहीं रहे हैं। इनके पिता दयाराम पाल समाजवादी पार्टी में हैं।