जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में रह रहे पाकिस्तान के नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। सीमा हैदर ऐसे में पाकिस्तानी स्वदेश लौटने लगे हैं, लेकिन नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से भारत आई सीमा हैदर पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इसको लेकर कमिश्नरेट पुलिस कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है। विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरओ) से सीमा हैदर के दस्तावेज सत्यापन संबंधी जवाब नहीं आने से न्यायालय में अबतक चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाई है।
सीमा हैदर और सचिन को नोएडा पुलिस ने जुलाई 2023 को विदेशी अधिनियम के अनुच्छेद-14 और आईपीसी की अनुच्छेद-120बी (आपराधिक साजिश) के तहत हरियाणा के बल्लभगढ़ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में रत्तोदेरो कर्मकारणी थाना जेखमाबाद सिंध प्रांत पाकिस्तान की सीमा हैदर, रबूपुरा के सचिन मीणा व सचिन के पिता नेत्रापाल उर्फ नित्तर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। हालांकि बाद में सभी को कोर्ट जमानत मिल गई।
सीमा हैदर की जमानत कराने वाले अधिवक्ता हेमंत पराशर का कहना है कि भले ही उन्होंने तब सीमा की जमानत कराई थी, लेकिन अब वह चाहते हैं कि सीमा हैदर को पाकिस्तान भेजा जाए। कागजों में आज भी वह सीमा हैदर के अधिवक्ता हैं। उनका कहना है अगर सीमा को पाकिस्तान नहीं भेजा जा सकता है तो कम से कम उन्हें जबतक मामला न्यायालय में लंबित है। उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा जाए।
नागरिकता के लिए किया है आवेदन
मामले की जांच यूपी एटीएस ने भी की थी और अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी है, लेकिन सीमा हैदर के भारत में नागरिकता के लिए आवेदन करने और विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरओ) दस्तावेज सत्यापन की रिपोर्ट नहीं मिलने से पुलिस सीमा हैदर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है।
मिथिलेश भाटी ने कहा सीमा को भेजा जाए पाकिस्तान
रबूपुरा निवासी मिथिलेश भाटी का कहना है कि जो महिला पाकिस्तान की नहीं हुई, वह भारत की क्या होगी। मिथिलेश ने सीमा को तुरंत पाकिस्तान भेजने की मांग की है। मालूम हो कि मिथलेश भाटी वही हैं जो लप्पू सा सचिन बयान देकर सुर्खियों में आई थीं