दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चे बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के तहत अजब-गजब प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं। इसमें एक प्रोजेक्ट ऐसा है, जिसके तहत विकसित एप से पता चल जाएगा कि बच्चा स्कूल गया या नहीं। वहीं, दूसरे प्रोजेक्ट में मोटे अनाज से कटलरी बनाई जा रही है। बाद में इसका इस्तेमाल खाने के लिए भी हो सकता है।
इसके अलावा इसी तरह के दूसरे कई एआई आधारित और पर्यावरण हितैषी प्रोजेक्ट भी तैयार हो रहे हैं। शनिवार को शिक्षा मंत्री आतिशी ने इन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे छात्रों से बातचीत कर उनके स्टार्टअप आइडियाज को जाना।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम 2024-25 को लॉन्च करने के बाद शिक्षा मंत्री आतिशी ने सीआर पार्क स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सर्वोदय विद्यालय में छात्रों से उनके प्रोजेक्ट को लेकर बातचीत की। आतिशी ने कहा कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चे बहुत रचनात्मक होते हैं, बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम ने बच्चों को उनकी रचनात्मकता को पहचानने का मौका दिया है।
उन्होंने कहा कि बिजनेस ब्लास्टर्स ने हमारे छात्रों को आत्मविश्वास दिया है कि वह खुद के दम पर बहुत कुछ कर सकते हैं, अपना भविष्य बनाने के लिए उन्हें किसी पर आश्रित रहने की जरूरत नहीं है।आतिशी ने कहा कि बिजनेस ब्लास्टर्स के जरिये कुछ समय में ही छात्रों ने जिन कौशलों को सीखा है, उसे सीखने में लोगों को वर्षों लग जाते हैं।
बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के जरिये छात्र अब नौकरी ढूंढने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बन रहे हैं। इस दौरान छात्रों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इस प्रोग्राम ने हमें मुश्किलों से लड़ना सिखाया है और अपने आइडियाज पर और खुद पर विश्वास करना सिखाया है। छात्रों ने कहा कि अब हमारा सपना सिर्फ पैसा कमाना नहीं है बल्कि अपने स्टार्टअप को बड़े बिजनेस में तब्दील करना है।
छात्रों के बिजनेस आइडियाज
अनुपस्थिति को रोकेगा एआई आधारित एप स्टार्टअप
बारहवीं कक्षा के छात्रों की टीम एक ऐसा एप तैयार कर रही है जो कि स्कूल में छात्रों के अनुपस्थित होने पर उनके अभिभावकों को नोटिफिकेशन भेजेगा। इससे अनुपस्थिति को रोकने में मदद मिलेगी।
नेचर नेक्सस बनेगा पर्यावरण का साथी
बारहवीं के छात्रों की एक अन्य टीम नेचर नेक्सस आइडिया पर काम कर रही है। यह स्टार्टअप आइडिया पर्यावरण हितैषी कटलरी पर आधारित है। इसके तहत कटलरी मिलेट (मोटे अनाज) से तैयार होगी जिसे खाया भी जा सकता है। इस तरह की कटलरी का प्लास्टिक की तरह पर्यावरण पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
स्कूल एप वेद सहायक एक ही प्लेटफॉर्म पर देगा विभिन्न जानकारियां
बारहवीं के छात्रों स्कूल की टीम एक ही प्लेटफॉर्म पर विभिन्न जानकारी देने के लिए एप वेद सहायक बना रही है। यह एप एक ही प्लेटफॉर्म पर छात्रों को उनकी परीक्षाओं और आगे आने वाले अवसरों के बारे में बताता रहेगा।
पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ के बजाय घास से बनाएंगे कागज
कागज बनाने के किए पेड़ों की कटाई और पर्यावरण को होते नुकसान को देखकर 12वीं के छात्र उपलक्ष अपनी टीम के साथ एक ऐसे स्टार्टअप आइडिया पर काम कर रहे है, जिसमें घास के जरिये कागज बनाया जाएगा। टीम ने प्रोडक्ट बनाने के किए काम करना भी शुरू कर दिया है।
ऑर्गेनिक सेंटेड मोमबत्तियां करेंगी तनावमुक्त
11वीं के छात्र कृष्णा मिश्रा ने अपनी टीम के साथ ऑर्गेनिक सेंटेड मोमबत्तियां बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है जिसकी खुशबू से लोग खुश होंगे और उनकी चिंता व तनाव दूर होगा।
स्मार्ट प्लांट वाटरिंग सिस्टम करेगा पौधों की देखभाल
11वीं के छात्रों की टीम ने एक स्मार्ट प्लांट वाटरिंग सिस्टम बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है। छात्रों का कहना है कि आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में पौधों की देखभाल करना भूल जाते हैं या छुट्टियों में लंबे समय के लिए बाहर जाते हैं तब पौधों की देखभाल करने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे में उनका प्रोडक्ट इस समस्या को दूर करते हुए तय समय और तय मात्रा में पानी देकर पौधों की देखभाल करेगा।