एक शौकीन बाइक रेसर, जो बाद में माइनिंग ट्रांसपोर्टर और फिर चेन स्नैचर बन गया. हाल ही में पुलिस ने उस स्नैचर को अरेस्ट कर लिया है. बताया जा रहा है कि 37 साल का यह चेन स्नैचर सेना के रिटायर पुलिस अधिकारी का बेटा है जो लगभग 200 महिलाओं के गले से सोने की चेन छीन चुका है.
बताया जा रहा है इंटरनेशनल चेन स्नैचिंग के आरोपी की पहचान विष्णनाथ कोलिवाडा उर्फ अच्युत कुमार उर्फ गनी के रूप में हुई है जो धारवाड़ के कोलिवाड का रहने वाला है. एक कॉलेज ड्रॉपआउट है और उसे हैदराबाद पुलिस ने सितंबर में एक सोने की चेन छीनने के बाद भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा था. पुलिस ने उससे कुछ चेन बरामद कीं और उसके बाद से वह तेलंगाना की राजधानी के चेरलापल्ली सेंट्रल जेल में बंद था.
गनी को मिल चुके हैं दो गोल्ड मेडल
गनी को 19 अगस्त को गिरिनगर पुलिस सीमा में दर्ज एक चेन स्नैचिंग मामले में वॉन्टेंड था, इसलिए पुलिस ने 11 अक्टूबर को उसे एक वारंट पर हिरासत में लिया और बेंगलुरु ले आई. गनी की पूछताछ से पुलिस को बेंगलुरु में आठ और धारवाड़ में दो चेन स्नैचिंग मामलों में उसकी भूमिका का पता चला. आरोपी गनी ने पुलिस के सामने डींग मारी कि मैं एक बाइक रेसर हूं. कोई भी, यहां तक कि पुलिस भी, मुझे बाइक पर नहीं पकड़ सकती. गनी ने आगे दावा किया कि उसने अपनी जवानी के समय बाइक रेसिंग में दो स्वर्ण पदक जीते थे.
गनी ने शुरू किया था बिजनेस
एक संपन्न परिवार में जन्मे गनी ने लगभग 60 ट्रक खरीदे और उन्हें माइनिंग के बिजनेस में लगा दिया. नुकसान झेलने के बाद, उसने सभी ट्रक बेच दिए और फिर चेन स्नैचर बन गया. उसने साल 2014 में अपने पिता की मृत्यु के बाद से सोने की चेन छीनना शुरू किया. उसने बेंगलुरु, धारवाड़, हुबली, बल्लारी, होसपेटे, हावेरी, कुमटा, तुमकुरु, हासन और कर्नाटक के अन्य स्थानों पर चेन स्नैचिंग की. उसने हैदराबाद में दो और पुणे में कुछ और चेन स्नैचिंग की.
157 चेन स्नैचिंग के क्राइम कबूल किए
गनी को आखिरी बार साल 2023 में गिरफ्तार किया गया था और फरवरी 2024 में जमानत पर रिहा किया गया था. 2022 में गिरफ्तारी के दौरान, उसने 157 चेन स्नैचिंग करने की बात कबूल की थी. फरवरी में रिहा होने के बाद, उसने 20 से अधिक स्नैचिंग की. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये वे मामले हैं जिनकी उसने कबूल की है. सैकड़ों मामले जहां उसने लोगों को लूटने की कोशिश की, रिपोर्ट नहीं किए गए हैं. गिरिनगर में, गनी ने 78 वर्षीय एमके जयंती से एक सोने की चेन छीन ली थी जब वह मंदिर से घर लौट रही थीं. उसने उन्हें उनके दरवाजे पर लगभग 8.15 बजे लूटा और बाइक पर भाग गया. पुलिस ने 2022 में उसके खिलाफ गुंडा एक्ट लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों के तबादले के कारण यह मामला आगे नहीं बढ़ सका.
2 पत्नी, 1 लिव-इन पार्टनर
पुलिस के अनुसार, गनी की कम से कम दो बार शादी हो चुकी है. उसकी दूसरी पत्नी महादेवी, जो उसे हर दिन कम से कम तीन चेन छीनने का टारगेट देती थी. पुलिस ने गनी की पत्नी को साल 2018 में अपने पति के साथ साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था. बेंगलुरु सेंट्रल जेल में रहने के दौरान, उसने प्रजवाल और प्रसन्ना कुमार से दोस्ती की और उनके साथ मिलकर कुछ अपराध किए. लेकिन, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गनी ज्यादातर डकैतियां अकेले ही करता था. अभी गनी एक महिला के साथ रहता है, जिसे वेश्यावृत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह जेल में बंद है.
जुआरी और वेश्या पत्नी गनी जुआ और वेश्यावृत्ति पर खूब पैसा खर्च करता था. उसके पास तीन बाइक हैं, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है. चेन छीनने के बाद, वह गोवा जाता था और कैसीनो और वेश्यालयों में पैसे खर्च करता था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अक्सर अपना घर बदलता था. उसके ज़्यादातर शिकार बुज़ुर्ग महिलाएं थीं. उसने पुलिस को बताया कि जेल से छूटने के बाद भी वह अपराध करता रहेगा. फिलहाल वह चेरलापल्ली सेंट्रल जेल में वापस आ गए हैं.
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