Asansol ईसीएल में नवनियुक्त कर्मी से रिश्वत लेने के मामले में आसनसोल सीबीआई विशेष अदालत के न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने ईसीएल कर्मी संदीप साधु को दोषी पाया और 10 साल जेल तथा 50,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना न देने पर 6 माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। करीब 6 साल तक मामला चला। इस मामले में दो और आरोपी थे लेकिन वह बाद में बरी हो गए ।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, आसनसोल नॉर्थ थाना अंतर्गत काखोया गांव निवासी संदीप साधु ईसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के डिस्पैच विभाग का कर्मी है। उसे पर आरोप लगा था कि उड़ीसा के झारसुगुड़ा के युवक अजय दास से नौकरी ज्वाइन करने से पहले एक लाख की रिश्वत मांगी थी । अजय ने सीबीआई को इसकी सूचना दी इसके बाद जाल बिछाकर संदीप पर सीबीआई ने कार्रवाई की थी । हालांकि अजय की बाद में मौत हो गई।
Asansol सीबीआई कोर्ट में कुल 13 गवाहों ने गवाही दी थी।
सीबीआई ने तीनों आरोपियों के खिलाफ पीसी एक्ट की धारा 7/8, 13(1)(डी), आर/डब्ल्यू 13/2 और भारतीय दंड संहिता की 120/बी के तहत मामला दर्ज किया।
Asansol सीबीआई के वकील राकेश कुमार सिंह ने बताया कि ईसीएल के इस कर्मचारी को 3 मई 2018 को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। फिर आरोप पत्र न्यायालय में समर्पित किया गया। संदीप साधु के अधिवक्ता का कहना है कि वह इस फैसले के विरोध में उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।