DeepSeek: साउथ कोरिया ने चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ऐप DeepSeek को बैन कर दिया है. देश के पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन की निगरानी करने वाली संस्था ने ये बात कंफर्म कर दी है. हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि ऐप में कुछ बदलाव के बाद इसे एक बार फि से साउथ कोरिया में बहाल कर दिया जाएगा,
ताकि इसे यूजर्स के लिए और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके.सरकार की ओर से कहा गया है कि साउथ कोरिया के पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन लॉ के तहत चैटबॉट में कुछ सुधार (improvements and remedies) होने हैं.
बता दें कि दक्षिण कोरिया के अलावा ताइवान और ऑस्ट्रेलिया ने भी सभी सरकारी डिवाइस से इसे प्रतिबंधित कर दिया है. जबकि यूरोप में इटली और फ्रांस ने डीपसीक ऐप पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. अमेरिका में भी डीपसीक पर प्रतिबंध है.
DeepSeek: लॉन्च के साथ ही मचा था हंगामा
चीन के एआई चैटबॉट ऐप DeepSeek ने लॉन्च के साथ ही पूरी दुनिया में खूब सुर्खियां बटोरी हैं. DeepSeek का दावा है कि वह ओपनएआई के चैटजीपीटी से कई गुना तेज है. ये ऐप आते ही दक्षिण कोरिया में बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो गया. साउथ कोरिया में ऐप स्टोर पर हर हफ्ते 1 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं. लेकिन लोकप्रियता के बीच, DeepSek प्लेटफॉर्म पर डेटा सुरक्षा को लेकर कई देशों में जांच चल रही है. भारत समेत आठ देशों ने डेटा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपनी सरकारी एजेंसियों में चीनी ऐप के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है.
साउथ कोरिया के पर्सनल इंफॉर्मेशन प्रोटेक्शन कमिशन ने इस बात की जानकारी दी कि DeepSeek चैटबॉट की सेवा देश में रोक दी गई है और यूजर्स अब इस चैटबॉट को Apple के App Store और Google Play से डाउनलोड नहीं कर पाएंगे. साउथ कोरिया ने ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से 15 फरवरी को ही DeepSeek ऐप को हटा दिया था.