Free UPSC Coaching, IAS-IPS Coaching: अगर आप भी आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) बनना चाहते हैं और यूपीएससी (UPSC) सिविल सर्विसेज (Civil Services) की तैयारी फ्री में करना चाहते हैं, तो आपके लिए अच्छा मौका है, लेकिन इसमें एक शर्त है वह यह है कि इसका लाभ सिर्फ एससी (SC) और ओबीसी (OBC) कैटेगरी में आने वाले स्टूडेंट्स को ही मिलेगा. इस श्रेणी में आने वाले उम्मीदवार मुफ्त कोचिंग स्कीम का फायदा ले सकते हैं. इसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. अब भला आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह सुविधा किसने शुरू की है, तो आपको बता दें कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी (BHU) की डॉ.अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (DACE-BHU)शाखा में मुफ्त कोचिंग स्कीम के लिए अप्लाई किया जा सकता है. 20 दिसंबर 2024 इसकी अंतिम तिथि है.
कितनी सीटों पर होंगे एडमिशन
डॉ.अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में सीमित सीटें उपलब्ध हैं. एससी और ओबीसी स्टूडेंट्स इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके लिए ऑफलाइन परीक्षा भी देनी होगी. इसके अलावा पर्सनल इंटरव्यू भी होंगे. DACE प्रोग्राम आर्थिक रूप से पिछड़े अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के कैंडिडेट्स के लिए है.
UPSC और UPPSC के लिए कितनी सीटें
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग के लिए 100 सीटें उपलब्ध हैं. इसी तरह स्टेट पब्लिक सर्विस एग्जाम (SPSC)के लिए भी इतनी ही सीटें हैं. एससी/ओबीसी कैंडिडेट्स यहां 12 महीने तक तैयारी कर सकते हैं.
और क्या हैं नियम
UPSC और UPPSC की फ्री कोचिंग में उन्हीं उम्मीदवारों को एडमिशन मिलेगा, जिसके परिवार की सालाना इनकम 8 लाख रुपए से ज्यादा न हो. DACE-BHU सिविल सर्विसेज कोचिंग में दाखिला लेने वाले उम्मीदवार किसी दूसरे कोर्स में एडमिशन नहीं ले सकेंगे. आधार कार्ड होना भी जरूरी है.
लड़कियों के लिए 30 फीसदी सीटें
DACE-BHU सिविल सर्विसेज कोचिंग की 30 फीसदी सीटें महिला कैंडिडेट्स के लिए आरक्षित हैं. इस फ्री कोचिंग स्कीम में स्टूडेंट्स की संख्या कम से कम 50 और अधिकतम 100 होनी चाहिए. इतने सीटों पर ही एडमिशन दिए जा सकते हैं. इसमें भी 70 फीसदी सीटों पर एससी स्टूडेंट्स को एडमिशन दिए जाएंगे. अगर एससी कैटेगरी की सीटें नहीं पूरी होती हैं, तो इसमें छूट दी जा सकती है. हालांकि एक शर्त यह भी है कि हर हाल में एससी कैटेगरी के स्टूडेंट्स 50 पर्सेंट से कम नहीं होने चाहिए. इसके अलावा एससी और ओबीसी कैटेगरी में 30 फीसदी सीटें महिला कैंडिडेट्स के लिए आरक्षित होंगी. यदि किसी कैटेगरी में पर्याप्त संख्या में महिला उम्मीदवार नहीं हैं, तो उसी कैटेगरी के पुरुष कैंडिडेट्स का DAF द्वारा सेलेक्शन किया जाएगा.