Gopalganj: बिहार के Gopalganj की एक युवती मुन्नी कुमारी प्रयागराज के महाकुंभ में छह दिन पहले लापता हो गई। वह 27 फरवरी को अमावस्या स्नान के लिए परिवार के साथ कुंभ मेला गई थीं। भगदड़ के दौरान वह अपने परिजनों से बिछड़ गईं। परिजन प्रयागराज में लगातार उसकी तलाश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं चला है। इस घटना ने परिवार को अनहोनी की आशंका से घेर दिया है।
Gopalganj कौन है मुन्नी?
मुन्नी कुमारी थावे थाना क्षेत्र के इंदिरवा ओबेदुल्लाह गांव के ज्ञानी प्रसाद की 24 वर्षीय बेटी है। वह 27 फरवरी को अपने बड़े पापा महावीर प्रसाद और उनकी पत्नी कलावती देवी के साथ कुंभ मेला गई थीं। अमावस्या के दिन जब मेले में भगदड़ मची, तो मुन्नी अपने परिजनों से बिछड़ गईं। तब से उसका कोई अता-पता नहीं है।
Gopalganj तलाश रहे परिजन
मुन्नी के लापता होने के बाद से उसके परिजन और रिश्तेदार प्रयागराज में हर जगह उसकी तलाश कर रहे हैं। उन्होंने मेला क्षेत्र के हर शिविर, अस्पताल के वार्ड और यहां तक कि मोर्चरी तक को खंगाल डाला है, लेकिन मुन्नी का कोई सुराग नहीं मिला है। 9 दिन बीत जाने के बाद भी उसका पता न चलने से परिवार वाले बेहद चिंतित हैं और अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं।
क्या कह रहे मुन्नी के पिता
मुन्नी के पिता ज्ञानी प्रसाद ने बताया कि बेटी कुंभ मेला में Gopalganj अपने बड़े पापा महावीर प्रसाद और उनकी पत्नी कलावती देवी के साथ गई थी। उन्होंने आगे कहा कि कुंभ मेला में मुन्नी के गायब होने के बाद हम लोग चारों तरफ इसकी जानकारी ले रहे हैं। इसकी लिखित सूचना भी हमने इलाहाबाद कैंप थाना में दी है, लेकिन अभी तक कोई जानकारी हम लोगों को नहीं मिल पा रही है। हम लोग बहुत परेशान हैं कि क्या करें।
सोशल मीडिया से भी खोजबीन
परिवार की चिंता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने Gopalganj प्रशासन और पुलिस से भी मदद की गुहार लगाई है। प्रयागराज में मौजूद रिश्तेदार लगातार खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। मुन्नी की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी शेयर की गई है, ताकि कोई भी जानकारी मिलने पर परिवार से संपर्क कर सके
लापता महिला पहुंची घर
इस बीच, एक अच्छी खबर भी सामने आई है। Gopalganj के ही सदर प्रखंड के अमवां नकछेद की रहने वाली राजगेंदी देवी भी कुंभ मेले में लापता हो गई थीं। उनके परिजन भी लगातार उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। सोमवार को राजगेंदी देवी सकुशल अपने घर लौट आईं, जिससे उनके परिवार ने राहत की सांस ली।