Gopalganj: कटेया से कुचायकोट के शामपुर गांव में गये एक तिलक में शामिल हुए स्कार्पियो चालक की हत्या कर शव को नहर किनारे फेंक दिया गया. मृत युवक भोरे के छठियांव का रहने वाले ध्यानी चौधरी के पुत्र धर्मेंद्र यादव था. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची Gopalganj पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. इसके अलावा वहां एफएसएल टीम को भी भेजा गया है. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया
दूसरी तरफ घटना के बाद भोरे स्थित छठियांव आवास पर मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सबसे बुरी स्थिति उन दो बच्चियों की हो चुकी है, जिनके सिर से मां और बाप दोनों का साया उठ चुका है. कटेया थाना क्षेत्र के पकड़ी डीह गांव निवासी विश्वनाथ शर्मा के यहां से कुचायकोट थाना क्षेत्र के श्यामपुर निवासी डॉ बबलू शर्मा के घर तिलक गया था. इसमें भोरे थाना क्षेत्र के छठीयांव निवासी ध्यानी चौधरी के पुत्र धर्मेंद्र यादव अपनी खुद की स्कॉर्पियो लेकर गया था. तिलक वाली जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
सुबह नहर के किनारे लोगों ने देखा शव
सभी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेकर सुबह के तीन बजे वापस लौटने लगे, तो धर्मेंद्र अपनी गाड़ी पर से गायब था. सभी लोग वापस लौट गये. सुबह जब कुछ लोग नहर के किनारे गये, तो वहां धर्मेंद्र का शव पड़ा था. इसे देखकर गांव के लोगों ने शोर मचाया. Gopalganj, कुचायकोट थानाध्यक्ष आलोक कुमार गुप्ता को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू की, तो पता चला कि स्कार्पियो चालक धर्मेंद्र यादव का शव है.
चेहरे पर थे उल्टी के निशान
शव की पहचान होने के बाद तुरंत ही इसकी जानकारी लड़की पक्ष वालों को दी गयी. सूचना मिलने पर छठियांव के मुखिया प्रतिनिधि मनीष मिश्रा के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोग श्यामपुर पहुंच गये. जिस हालत में शव पड़ा था. वह देखने से ऐसा लग रहा था कि किसी ने मार कर वहां सुला दिया है. धर्मेंद्र यादव का पैंट खुला हुआ था. साथ ही उसके चेहरे पर उल्टी के निशान थे. Gopalganj पुलिस ने शव की स्थिति देखकर इसकी जांच शुरू कर दी.
खुलासे के लिए पहुंची Gopalganj एफएसएल की टीम
धर्मेंद्र यादव की बॉडी जहां पड़ी थी. उसके Gopalganj वैज्ञानिक और टेक्निकल अनुसंधान के लिए स्पेशल की टीम को ही बुला लिया गया. टीम ने घटनास्थल पर से नमूने लिये हैं. जानकारी मिली कि जिस जगह पर उसका शव पड़ा था. उसके सिर के नीचे एक चादर भी लगाया गया था. पास ही मोबाइल फेंका हुआ था. वहीं, उसका पर्स उसकी गाड़ी में था.
छह माह पहले हुई थी पत्नी की मौत, दो बच्चियां हुईं अनाथ
धर्मेंद्र यादव की उम्र में 28 साल थी. 10 साल पहले उसकी शादी हुई थी. पांच भाइयों में सबसे छोटा धर्मेंद्र स्कॉर्पियो खरीद कर उसी से अपनी रोजी-रोटी चलता था. उसके दो बच्चे भी थे. बड़ी लड़की आंचल कक्षा दूसरी की छात्रा है, जबकि अर्चना अभी यूकेजी में पढ़ती है. छह माह पहले ही बीमारी के कारण धर्मेंद्र की पत्नी का निधन हो गया था.