Lawrence Bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को 13 साल बाद उसके खिलाफ दर्ज सबसे पहले केस में अदालत ने बरी कर दिया है. यह मामला 5 फरवरी 2011 का है, जब लॉरेंस बिश्नोई पर खालसा कॉलेज के छात्र सतविंदर के घर में घुसकर मारपीट और फायरिंग करने का आरोप लगा था. यही केस लॉरेंस की अपराध की दुनिया में एंट्री का पहला कदम माना जाता है.
2011 की है घटना
मामले की शुरुआत तब हुई जब 2011 में अमृतसर के खालसा कॉलेज के छात्र सतविंदर के घर में जबरदस्ती घुसने और फायरिंग करने का आरोप लॉरेंस पर लगा. इस घटना के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया था. यह मामला बिश्नोई के खिलाफ पहला आपराधिक केस था, और यहीं से उसका जुर्म की दुनिया में नाम बनने लगा.
पर्याप्त सबूत न मिलने से हुआ बरी
मामले की सुनवाई कई सालों तक चलती रही. अदालत में सबूतों और गवाहियों के आधार पर यह तय किया गया कि 13 साल पहले दर्ज किए गए इस मामले में बिश्नोई के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले. इसके बाद अदालत ने उसे बरी करने का फैसला सुनाया.
देशभर के बड़े गैंगस्टर्स की लिस्ट में शामिल
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई का नाम अब देशभर में एक बड़े गैंगस्टर के तौर पर जाना जाता है, लेकिन इस पहले केस के साथ उसके अपराध की शुरुआत हुई थी. बरी होने के बावजूद, अन्य आपराधिक मामलों के चलते वह फिलहाल जेल में ही रहेगा.
बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली
हाल ही में महाराष्ट्र की राजनीति और बॉलीवुड में अपना रसूख रखने वाले बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी लॉरेंस ने ही ली है. लॉरेंस का नाम तब चर्चा का केंद्र बना जबसे उसने सलमान खान को मारने की धमकी दी.