Republic Day Parade: गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगी ‘प्रलय’ और ‘नाग’ मिसाइलें, जानिए क्यों हैं-2025

Republic Day Parade: में टेक्टिकल बलिस्टिक मिसाइल प्रलय और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग दोनों दिखाई देंगी। दोनों ही स्वदेशी हैं और इन्हें सेना के लिए बनाया गया है। प्रलय पहली बार Republic Day Parade में नजर आएगी। यह पारंपरिक के साथ ही न्यूक्लियर हथियार ले जाने में भी सक्षम है।

शॉर्ट रेंज बलिस्टिक मिसाइल है प्रलय

प्रलय मिसाइल शॉर्ट रेंज बलिस्टिक मिसाइल है और रक्षा मंत्रालय की तरफ से इसकी खरीद की मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है। प्रलय को DRDO ने डिवेलप किया है। इसके कई सफल परीक्षण भी हो चुके हैं। प्रलय की मारक क्षमता 150 से 500 किलोमीटर तक है। इसे सतह से सतह पर अटैक करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी पेलोड कैपेसिटी 500 से 1000 किलोग्राम तक के विस्फोटक ले जाने की है।

क्या है इसकी खासियत?

प्रलय को लॉन्च करने के बाद अगर जरूरत पड़े तो हवा में ही इसकी दिशा बदली जा सकती है। इससे यह मिसाइल दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को भी चुनौती दे सकती है। इसकी स्पीड 1 से 1.6 मैक के करीब है। प्रलय का वजन 5 टन है। यह पारंपरिक के साथ ही न्यूक्लियर हथियार ले जाने में भी सक्षम है। प्रलय का पहला परीक्षण दिसंबर 2021 में किया गया था, उस वक्त ईस्टर्न लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर था। दूसरा परीक्षण भी अगले दिन ही कर दिया गया। तीसरा परीक्षण 2023 में किया गया। यह मिसाइल हर परीक्षण में खरी उतरी।

Republic Day Parade: 443 नाग मिसाइल खरीदे जाने हैं

कर्तव्य पथ पर Republic Day Parade में स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग भी दिखाई देगी। नाग को डिवलपमेंट फेज के दौरान DRDO ने शोकेस किया था। अब भारतीय सेना में शामिल होने ठीक पहले कर्तव्य पथ पर नाग फिर दिखेगी। इस मिसाइल को बीएमपी-2 कैरियर पर लगाया गया है। इसे नामिका (NAMICA) यानी नाग मिसाइल कैरियर का नाम दिया गया है।

एक कैरियर पर 6 नाग मिसाइल लगी है। यह किसी भी मूविंग टारगेट पर सटीक वार कर सकती है। नाग मिसाइल चार से पांच किलोमीटर दूरी तक किसी भी टैंक के परखच्चे उड़ा सकती है। रक्षा मंत्रालय की रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) 13 नामिका कैरियर और 443 नाग मिसाइल की खरीद को मंजूरी दे चुकी है। जल्द ही यह भारतीय सेना को मिलेगी।

Republic Day Parade में प्रदर्शन के क्या हैं मायने?

डिफेंस सेक्टर में लगातार स्वदेशी इंडस्ट्री को प्रमोट किया जा रहा है। भारतीय सेना के पास अभी जो 2 एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल हैं, उसमें एक मिलन है। मिलन 2T (Milan-2T) की मारक क्षमता 4 किलोमीटर है। यह फ्रेंच एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है। दूसरी है कांकुर (Konkurs)। इसकी मारक क्षमता भी 4 किलोमीटर है। यह दोनों एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) लाइसेंस प्रॉडक्शन के तहत देश में ही भारत डायनामिक लिमिटेड (BDL) बना रही है। स्वदेशी नाग जिसे DRDO ने तैयार किया है, इसका प्रॉडक्शन भी BDL कर रही है। इसके डिवेलपमेंट में 20 साल का वक्त लगा और यह 90 फीसदी तक सटीक मार कर सकती है।

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