पीएम मोदी 21 सितंबर से अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री विलमिंगटन, डेलावेयर में चौथे क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसकी मेजबानी संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे। पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे पर आज भारत के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि यह राष्ट्रपति बाइडन और जापान के प्रधानमंत्री किशिदा के लिए यह एक तरह का विदाई कार्यक्रम जैसा होगा। बता दें कि इस दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा में पीएम मोदी की स्पीच होगी।
विदेश मंत्रालय ने क्या बताया?
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच एक सार्थक जुड़ाव का अवसर होगा जहां उन्हें भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा। इस वर्ष क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के अमेरिकी पक्ष के अनुरोध के बाद, भारत ने 2025 में अगला क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने पर सहमति दी है।
क्या ट्रंप से होगी मुलाकात?
भारतीय विदेश सचिव दीपक मिसरी ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि पीएम मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि विभिन्न बैठकें (द्विपक्षीय, अमेरिकी राजनीतिक परिदृश्य में उन लोगों के साथ) अभी भी काम किया जा रहा है।
यूएन महासभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
विदेश मंत्रालय ने आगे बताया कि क्वाड शिखर सम्मेलन में, नेता पिछले एक वर्ष में क्वाड द्वारा प्राप्त प्रगति की समीक्षा करेंगे और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों को उनके विकास लक्ष्यों और आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायता करने के लिए आने वाले वर्ष का एजेंडा तैयार करेंगे। 23 सितंबर को, प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य का शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे।
शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक बेहतर कल के लिए बहुपक्षीय समाधान’ है। शिखर सम्मेलन में बड़ी संख्या में वैश्विक नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है। शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
भारतीय समुदाय के लोगों से भी करेंगे बात
न्यूयॉर्क में रहते हुए, प्रधानमंत्री 22 सितंबर को भारतीय समुदाय के एक समूह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री अमेरिका स्थित प्रमुख कंपनियों के सीईओ के साथ बातचीत भी करेंगे ताकि एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और जैव प्रौद्योगिकी के अत्याधुनिक क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच अधिक सहयोग बढ़ाया जा सके। प्रधानमंत्री के विचारकों और भारत-अमेरिका द्विपक्षीय परिदृश्य में सक्रिय अन्य हितधारकों के साथ बातचीत करने की भी उम्मीद है।