लोजपा (रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर तिरहुत स्नातक निर्वाचन उपचुनाव के मैदान में उतरे निर्दलीय प्रत्याशी राकेश रौशन ने आज नामांकन कर दिया. नामांकन करने के बाद राकेश रौशन तिरहुत स्नातक ने जीत की दावेदारी की. इस दौरान उन्होंने लोजपा छोड़ने का कारण भी बताया. उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति में कार्यकर्ताओं की बलि चढ़ रही है. अब अक्सर ऐसा हो रहा है. उन्होंने नामांकन भरने के बाद समर्थकों के बीच एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही
राकेश रौशन तिरहुत स्नातक ने कहा कि पिछले कुछ समय महसूस कर रहा था कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर समर्पित और सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता है. गठबंधन की राजनीति के चलते इन महत्वपूर्ण विषयों पर प्रभावी काम करना संभव नहीं हो पा रहा था. लोजपा (आर) के अन्य नेताओं के जैसे मेरा सपना भी ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का है, लेकिन मैं मानता हूं कि इस उद्देश्य को गठबंधन के ढांचे में रहकर पूरा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि हर तरफ सिर्फ परिवारवाद हावी है. आम कार्यकर्ता की मेहनत का कोई मोल नहीं.