दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) को जोरदार झटका लगा है. कैलाश गहलोत ने दिल्ली के परिवहन मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी भी छोड़ने की घोषणा की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. गहलोत दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, आईटी और महिला एवं बाल विकास सहित प्रमुख विभागों के प्रभारी थे.
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को कैलाश गहलोत ने इस्तीफा भेजा है. 50 वर्षीय नेता ने अपने इस्तीफे में पार्टी के अंदर आ रही गंभीर चुनौतियों की ओर इशारा किया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा पार्टी में हावी है. सरकार के कई वादे अधूरे रह गए हैं. जैसे यमुना को लें, जिसे हमने स्वच्छ नदी में बदलने का वादा किया था. आज नदी की स्थिति गंभीर है. अब यमुना नदी शायद पहले से भी अधिक प्रदूषित हो गई है.
गहलोत ने केजरीवाल के पूर्व आवास का संदर्भ देते हुए दावा किया कि पार्टी को शीशमहल जैसे ‘शर्मनाक’ विवादों का सामना करना पड़ रहा है. सीएम आतिशी को लिखे पत्र में नजफगढ़ से विधायक गहलोत ने तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से अपना इस्तीफा दे दिया.
मामले से कांग्रेस ने किनारा किया है. पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि ये आप का मसला है. हमारा इससे कोई नाता नहीं. ये सच है कि दो पार्टियों के बीच दिल्ली की जनता पिस रही है.