केंद्र सरकार ने लेटरल भर्ती को किया रद्द, 2024

लेटरल भर्ती : केंद्र सरकार में कुछ उच्च व विशेषज्ञ पदों पर नियुक्ति के लिए निकली भर्ती राजनीतिक गर्मी का शिकार हो गई। यूपीएससी ने इस प्रक्रिया के तहत 24 मंत्रालयों में संयुक्त सचिवनिदेशक और उप सचिव के 45 प्रशासनिक पदों पर विशेषज्ञों की नियुक्ति को विज्ञापन को रद्द कर दिया है।उनका कहना था कि इस भर्ती प्रक्रिया में एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण का प्रविधान नहीं है।

केंद्र सरकार में कुछ उच्च व विशेषज्ञ पदों पर नियुक्ति के लिए निकली भर्ती राजनीतिक गर्मी का शिकार हो गई। यूपीएससी ने इस प्रक्रिया के तहत 24 मंत्रालयों में संयुक्त सचिव,निदेशक और उप सचिव के 45 प्रशासनिक पदों पर विशेषज्ञों की नियुक्ति को विज्ञापन को रद्द कर दिया है।

17 अगस्त को इसके लिए विज्ञापन जारी करने के बाद से ही कांग्रेस समेत विपक्षी दल ही नहीं बल्कि कुछ सहयोगी दलों ने भी आरक्षण को लेकर सवाल खड़ा किया था। उनका कहना था कि इस भर्ती प्रक्रिया में एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण का प्रविधान नहीं है। मंगलवार को चौंकाने वाले घटनाक्रम में केंद्रीय कार्मिक मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने यूपीएससी की प्रमुख प्रीति सूडान को चिट्ठी लिखकर कहा कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि कोई भी भर्ती सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के आधार पर हो।

लेटरल भर्ती : यूपीएससी ने भर्ती विज्ञापन ले लिया वापस

लेटरल भर्ती चूंकि यह सारी भर्ती एकल पदों के लिए हैं और इसमें आरक्षण लागू नहीं हो सकता है इसलिए इसे वापस लेने का आग्रह है। तत्काल बाद यूपीएससी ने भर्ती विज्ञापन वापस ले लिया। जब अलग अलग विभागों के लिए एक एक पद की भर्ती होती है तो उसे एकल पद वैकेंसी कहा जाता है। जितेंद्र सिंह के अनुसार, 2014 के पहले लेटरल एंट्री वाली ज्यादातर नियुक्तियां बिना किसी तय प्रक्रिया के की गई थीं, जिनमें जमकर पक्षपात किया गया था, लेकिन मोदी सरकार ने इस प्रक्रिया को संस्थागत स्वरूप दिया है। जितेंद्र सिंह ने चिट्ठी में लिखा कि पीएम मोदी के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण सामाजिक न्याय के ढांचे की एक मूलभूत अनिवार्यता है।

इसका उद्देश्य ऐतिहासिक अन्याय को समाप्त करना और समानता को बढ़ावा देना है। चूंकि यह एकल पदों पर विशेषज्ञों की नियुक्ति की प्रक्रिया है, इसलिए इसमें आरक्षण की व्यवस्था का प्रविधान नहीं है। इस पहलू की समीक्षा की जरूरत है और इसमें सामाजिक न्याय पर पीएम के फोकस के अनुरूप सुधार किया जाएगा।

जितेंद्र ¨सह ने लेटरल भर्ती पर आक्रामक रुख दिखाने वाली कांग्रेस को आईना दिखाते हुए कहा कि उसके शासनकाल में इस तरह की तमाम हाई प्रोफाइल नियुक्तियां की गईं जिसके तहत मंत्रालयों में सचिव और आधार संस्था के प्रमुख तक बनाए गए, लेकिन उनमें आरक्षण की चिंता नहीं की गई। संप्रग सरकार के समय राष्ट्रीय सलाहकार परिषद एक तरह से तत्कालीन पीएम मनमोहन ¨सह के ऊपर काम कर रही थी, लेकिन इसके सदस्यों की नियुक्ति में एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण की कोई परवाह नहीं की गई थी।

प्रशासनिक तंत्र में लेटरल भर्ती से आशय भारतीय प्रशासनिक सेवा जैसे सरकार के सर्विस कैडर से बाहर किसी विषय के विशेषज्ञों को नीति-निर्धारण करने वाले शीर्ष पदों पर नियुक्ति देना है। वास्तव में इसकी सिफारिश कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के समय बनाए गए दूसरे प्रशासनिक सुधार आयोग ने 2005 में दी गई अपनी रिपोर्ट में की थी, लेकिन संप्रग सरकार ने इसके अनुरूप कोई नियुक्ति नहीं की।

मोदी सरकार ने लेटरल भर्ती वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाले उस आयोग की इस अहम सिफारिश पर 2018 में अमल की शुरुआत की। इसी कड़ी के तहत जब गत सप्ताह 45 पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकाला गया तो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसमें एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण न किए जाने को लेकर मोदी सरकार के इरादों पर सवाल खड़े किए।

कांग्रेस के साथ ही सपा, राजद और बसपा जैसे दलों ने भी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव के सिलसिले की शुरुआत के साथ ही इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा लेटरल भर्ती बनाने की कोशिश की। सरकार के सहयोगी दलों-जदयू और चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी ने भी इस मामले में विपक्षी दलों जैसा रुख अख्तियार कर लेटरल भर्ती फैसले का विरोध किया। लोजपा के चिराग पासवान ने तो यहां तक कह दिया कि किसी किंतु परंतु के बिना नियुक्ति की सभी प्रक्रियाओं में आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

Hathuwa Samachar

Hathuwa Samachar : हथुआ समाचार, बिहार राज्य के गोपालगंज जिले के हथुआ राज से संबंधित एक प्रमुख समाचार चैनल है। पिनकोड 841436 वाले इस क्षेत्र से संचालित यह समाचार चैनल विश्वभर की ताज़ा और सटीक खबरों को हिंदी में प्रस्तुत करता है। विश्वसनीयता और सटीकता हथुआ समाचार अपनी विश्वसनीयता और तथ्यपरकता के लिए जाना जाता है। चैनल का प्रमुख उद्देश्य दर्शकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है। इसकी खबरें विभिन्न क्षेत्रों और मुद्दों को कवर करती हैं, जिससे दर्शकों को सभी महत्वपूर्ण घटनाओं की सही जानकारी मिल सके। समाचार की व्यापकता हथुआ समाचार हर प्रमुख और छोटे समाचार की कवरेज करता है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ, राष्ट्रीय मुद्दे, स्थानीय समाचार, और विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक घटनाएँ शामिल हैं। चैनल की टीम विश्वसनीय स्रोतों से समाचार एकत्र करती है, जिससे खबरों की गुणवत्ता और सटीकता पर कोई समझौता नहीं होता। संपर्क जानकारी हथुआ समाचार से संपर्क करने के लिए आप ईमेल के माध्यम से उनकी टीम से जुड़ सकते हैं। संपर्क विवरण इस प्रकार है: ईमेल: News@hathuwa.com इस प्रकार, हथुआ समाचार अपने दर्शकों को हिंदी में सटीक और विश्वसनीय खबरें प्रदान करने में अग्रणी है और वैश्विक स्तर पर समाचार की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

संबंधित खबर

आईपीएल 2025 शुरू होने से पहले ही बड़ा झटका, कप्तान हार्दिक पंड्या पर पहले मैच के लिए बैन!
  • November 21, 2024

आईपीएल 2025 : भारतीय टीम के धाकड़ ऑलराउंडर एक दिन पहले ही आईसीसी की टी20 रैंकिंग में नंबर वन ऑलराउंडर बन गए हैं। इस खुशी के बाद ही एक और…

आगे और पढ़ें

पढ़ना जारी रखें
1 जनवरी से बदल रहा टेलीकॉम का नियम, Jio, Airtel, Voda, BSNL पर पड़ेगा सीधा असर-2025
  • November 21, 2024

1 जनवरी से बदल रहा टेलीकॉम का नियम सरकार की तरफ से टेलीकॉम के नियमों में समय समय पर बदलाव किया जाता है। टेलीकॉम एक्ट में कुछ नए नियमों को…

आगे और पढ़ें

पढ़ना जारी रखें

Leave a Reply

आपसे खबर छूट गई

आईपीएल 2025 शुरू होने से पहले ही बड़ा झटका, कप्तान हार्दिक पंड्या पर पहले मैच के लिए बैन!

1 जनवरी से बदल रहा टेलीकॉम का नियम, Jio, Airtel, Voda, BSNL पर पड़ेगा सीधा असर-2025

Lawrence Bishnoi: 13 साल बाद बरी हुआ लॉरेंस बिश्नोई, अदालत ने दिया बड़ा फैसला-2024

जिसने गोपालगंज कोर्ट परिसर में चलाई गोली, उस पर पुलिस कस्टडी में फायरिंग, 2024

‘लोग इस बात को गलत न समझे’, अभिषेक बच्चन की बातों को सुन इमोशनल हुए अमिताभ-2024

आराध्या के बर्थडे पर गायब था बच्चन परिवार? दादा अमिताभ ने कह दी ये बात-2024