राहुल नार्वेकर : भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर को सोमवार को 15वीं महाराष्ट्र विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने बधाई भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि नार्वेकर 1960 में राज्य के गठन के बाद से इस पद पर दोबारा चुने जाने वाले निचले सदन के दूसरे सदस्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बालासाहेब भारदे 1960 में महाराष्ट्र के गठन के बाद से दो बार इस पद पर दोबारा चुने जाने वाले विधान सभा के एकमात्र अध्यक्ष थे। भारदे के बाद, नार्वेकर यह सम्मान पाने वाले विधानसभा के दूसरे सदस्य हैं।’
राहुल नार्वेकर ने दाखिल किया था अपना नामांकन पत्र
बता दें कि नार्वेकर ने रविवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और उन्हें निर्विरोध चुना गया क्योंकि विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। भाजपा नेता, 14वीं विधानसभा में ढाई साल तक अध्यक्ष रहे, 20 नवंबर के विधानसभा चुनाव में मुंबई की कोलाबा विधानसभा सीट से फिर से चुने गए।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान,नार्वेकर ने फैसला सुनाया था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी ही वैध और वास्तविक शिवसेना थी। उन्होंने यह भी माना कि अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) है, जिसकी स्थापना शरद पवार ने की थी।
‘विश्वास मत बहुमत से पारित हो गया है’
लगातार दूसरी बार स्पीकर चुने गए नार्वेकर ने विधानसभा में कहा, ‘विश्वास मत बहुमत से पारित हो गया है। सदन की कार्यवाही अब स्थगित की जाती है और आज महाराष्ट्र के राज्यपाल (सीपी राधाकृष्णन) के अभिभाषण के बाद फिर से शुरू होगी।’ राज्यपाल राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
288 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी की महायुति गठबंधन के पास 230 सीटों का बहुमत हासिल है। जबकि कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के महा विकास आघाड़ी (एमवीए) महज 46 सीटों पर ही जीत हासिल कर सका।